By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 04, 2019
गोंदिया। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने रविवार को कहा कि विपक्षी पार्टियां आगामी विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक हार की ओर बढ़ रही हैं। विपक्षी पार्टियों की आलोचना करते हुए फडणवीस ने कहा कि उन्होंने अपनी हार का ठीकरा फोड़ने के लिए चुनावों में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) के इस्तेमाल के खिलाफ गोलबंदी शुरू कर दी है। राज्य में सितंबर-अक्टूबर में होने वाले चुनाव से पहले कांग्रेस, राकांपा और मनसे सहित प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने ईवीएम को लेकर चिंता जताई है। उन्होंने शुक्रवार को ईवीएम के बजाय मतपत्र से चुनाव कराने की मांग की और इस मुद्दे पर 21 अगस्त को विरोध मार्च निकालने की घोषणा की।
इसे भी पढ़ें: महाराष्ट्र के इतिहास में कभी हताश, निराशा और दिशाहीन विपक्ष नहीं देखा
फडणवीस ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो ईवीएम का विरोध कर रहे हैं उन्हें एहसास हो गया है कि वे जीतेंगे नहीं। वह ‘महाजनादेश यात्रा’ के तहत गोंदिया में संवाददाता सम्मेलन कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने हार स्वीकार कर ली है, इसलिए वे ईवीएम का इस्तेमाल बचाव के लिए कर रहे हैं। ईवीएम के खिलाफ ‘महामोर्चा’ इस महीने विपक्ष की ‘महाहार’ साबित होगा। विपक्षी दलों को पता है कि वे ऐतिहासिक हार की ओर बढ़ रहे हैं। कांग्रेस और राकांपा के संदर्भ में फडणवीस ने कहा कि दोनों विपक्षी पार्टियां ‘दिशाहीन’ हो गई हैं और भाजपा नेतृत्व वाली राज्य सरकार के समक्ष मुद्दों को उठाने में नाकाम हैं।
इसे भी पढ़ें: 2014 के विपरीत भाजपा और शिवसेना आगामी विधानसभा मिलकर लड़ेंगे: फडणवीस
उन्होंने किसी पार्टी का नाम लिए बिना कहा कि दोनों पार्टियों को आत्म मंथन करना चाहिए कि आखिर उनके अपने लोग उन्हें क्यों छोड़ रहे हैं। वे कई विरोध प्रदर्शन आयोजित कर रही हैं, लेकिन लोग उनका समर्थन नहीं कर रहे। वहीं, जब लोग विरोध प्रदर्शन करते हैं तो हम उसका संज्ञान लेते हैं और उनकी समस्या का समाधान करते हैं। फडणवीस ने कहा कि अन्य पार्टियों के कई नेता भाजपा में शामिल होने के इच्छुक हैं, लेकिन हम उन्हीं को शामिल कर रहे हैं जिनका जनाधार हो और छवि साफ सुथरी हो। उन्होंने दावा किया कि लोगों ने उनकी सरकार को फिर से जनादेश देने का मन बना लिया है।