By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 23, 2020
नयी दिल्ली। फेसबुक द्वारा स्थापित निगरानी बोर्ड ने बृहस्पतिवार को कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम के प्रयोगकर्ता अब अपनी अपीलें बोर्ड के पास भेज सकते हैं। यह बोर्ड एक स्वतंत्र निकाय के रूप में काम करेगा। बोर्ड ने कहा कि फेसबुक और इंस्टाग्राम से सामग्री हटाने के फैसले की स्वतंत्र समीक्षा के लिए बोर्ड के पास अपील की जा सकती है। हालांकि, प्रयोगकर्ता बोर्ड के समक्ष तभी अपील कर सकेंगे, जबकि उनके पास दोनों मंचों पर अपील के सभी विकल्प समाप्त हो जाएंगे। इसके अलावा बोर्ड का फैसला स्वतंत्र होगा और फेसबुक के लिए बाध्यकारी होगा। अपने मंच पर नफरत फैलाने वाले भाषणों और इसी तरह की अन्य सामग्री से निपटने के तरीके को लेकर फेसबुक को भारत और अन्य देशों में आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। फेसबुक इस बोर्ड के समक्ष ऐसे मामले भी रख सकता है, जिसमें यह तय किया जाना हो कि संबंधित सामग्री को अनुमति दी जा सकती है या नहीं।
बोर्ड द्वारा किसी मामले पर फैसला करने और फेसबुक द्वारा उस पर अमल करने के लिए अधिकतम 90 दिन तय किए गए हैं। इंस्टाग्राम फोटो साझा करने का लोकप्रिय ऐप है। इसका स्वामित्व फेसबुक के पास है। सबसे पहले, कोई भी व्यक्ति जो यह मानता है कि फेसबुक को उसके द्वारा डाली गई सामग्री को नहीं हटाना चाहिये, और जिसकी अपील को कंपनी ने खरिज कर दिया, वह अबमामले को लेकर निगरानी बोर्ड के समक्ष अपील कर सकता है। ओवरसाइट बोर्ड के सह-अध्यक्ष जेमाल ग्रीने ने संवाददाताओं के साथ आभासी संबोधन मेंकहा, ‘‘हम इसे दुनियाभर के फेसबुक और इंस्टाग्राम के इस्तेमाल कर्ताओं के लिये खुलकर अपनी बात रखने और मानवाधिकारों की दिशा में एक उल्लेखनीय कदम के तौर पर देखते हैं।