By अंकित सिंह | Aug 25, 2025
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को आतंकवादियों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे कहीं भी छिप सकते हैं, लेकिन उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर भी प्रकाश डाला। अहमदाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हम आतंकवादियों और उनके आकाओं को नहीं छोड़ेंगे। वे कहीं भी छिप सकते हैं। दुनिया ने देखा है कि हमने पहलगाम हमले का बदला कैसे लिया। नरेंद्र मोदी ने 1,400 करोड़ रुपये से अधिक की कई रेलवे परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं, जिनमें 530 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 65 किलोमीटर महेसाणा-पालनपुर रेल लाइन का दोहरीकरण, 860 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली 37 किलोमीटर कलोल-कदी-कटोसन रोड रेल लाइन और 40 किलोमीटर बेचराजी-रानुज रेल लाइन का आमान परिवर्तन शामिल है।
मोदी ने कहा कि पूरे देश में गणेश उत्सव को लेकर अद्भुत उत्साह है। गणपति बप्पा के आशीर्वाद से आज गुजरात के विकास से जुड़ी कई परियोजनाओं का भी उद्घाटन हुआ है। यह मेरा सौभाग्य है कि आज मुझे देश की जनता को कई विकास परियोजनाएं समर्पित करने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि इस मानसून के मौसम में, गुजरात के कई इलाकों में भारी बारिश हो रही है। देश में जिस तरह एक के बाद एक बादल फटने की घटनाएँ हो रही हैं, उससे होने वाली तबाही देखकर खुद को संभालना मुश्किल हो जाता है। मैं सभी प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूँ। प्रकृति का यह प्रकोप पूरी मानव जाति, पूरे विश्व और पूरे देश के लिए एक चुनौती बन गया है। केंद्र सरकार, सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर राहत और बचाव कार्य में जुटी हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि गुजरात की ये धरती दो मोहनों की धरती है। एक हैं सुदर्शन चक्रधारी मोहन, हमारे द्वारकाधीश श्री कृष्ण और दूसरे हैं चरखाधारी मोहन, साबरमती के संत पूज्य बापू (महात्मा गांधी। इन दोनों के दिखाए मार्ग पर चलकर भारत निरंतर सशक्त हो रहा है। सुदर्शन चक्रधारी मोहन ने हमें देश और समाज की रक्षा करना सिखाया है। उन्होंने सुदर्शन चक्र को न्याय और सुरक्षा का कवच बनाया, जो दुश्मन को ढूंढकर उसे दंड देता है। आज देश, भारत के निर्णयों में यही भावना अनुभव कर रहा है। देश ही नहीं, दुनिया भी इसे अनुभव कर रही है।
मोदी ने कहा कि आज हम आतंकवादियों और उनके आकाओं को नहीं छोड़ते, चाहे वे कहीं भी छिपे हों। दुनिया ने देखा है कि भारत ने पहलगाम का बदला कैसे लिया। उन्होंने उन्हें केवल 22 मिनट में मिटा दिया। हम सैकड़ों किलोमीटर अंदर गए और आतंकवाद के केंद्र पर हमला किया। उन्होंने कहा कि आतातायी... ये हमारा खून बहाते थे और दिल्ली में बैठी कांग्रेस सरकार कुछ नहीं करती थी। लेकिन आज आतंकवादियों और उनके आकाओं को हम छोड़ते नहीं, चाहे वो कहीं भी छुपे हों। दुनिया ने देखा है कि पहलगाम का बदला भारत ने कैसे लिया है। 22 मिनट ही सफाचट। ऑपरेशन सिंदूर... हमारी सेना के शौर्य और सुदर्शन चक्रधारी मोहन के भारत की इच्छाशक्ति का प्रतीक बन गया है।