आइए आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ते हैं...टेरर के स्पॉन्सर पाकिस्तान ने भारत की तरफ बातचीत का बढ़ाया हाथ

By अभिनय आकाश | Jul 02, 2025

आतंक को पालने-पोषणे और खाद-पानी देने वाला भारत का पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान बार-बार बातचीत का हाथ बढ़ाने का दिखावा करता नजर आ रहा है। पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने भारत से आह्वान किया है कि वह आतंकवाद से लड़ने और क्षेत्रीय शांति को बढ़ावा देने के लिए ऐतिहासिक, अभूतपूर्व साझेदारी बनाने में पाकिस्तान के साथ शामिल हो। इस्लामाबाद पॉलिसी रिसर्च इंस्टीट्यूट में आतंकवाद के खिलाफ विश्व के लिए पाकिस्तान की लड़ाई विषय पर बोलते हुए भुट्टो ने भारत से शत्रुता से आगे बढ़ने और सहयोगात्मक सहभागिता अपनाने का आग्रह किया।

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आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त प्रयास की अपील

भुट्टो ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद से मिलकर लड़ने के लिए भारत के साथ ऐतिहासिक, अभूतपूर्व साझेदारी बनाने के लिए तैयार है। टकराव के बजाय सहयोग पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि हम एक दूसरे के खिलाफ़ एक दूसरे को हराने वाले दुश्मन नहीं हैं, बल्कि हम एक दूसरे के पड़ोसी हैं, जो एक अरब लोगों को चरमपंथ के कहर से बचाने के लिए नैतिक और सभ्यतागत दायित्व साझा करते हैं। 

भारत के रुख की आलोचना और बातचीत का आह्वान

भुट्टो ने भारत के नेतृत्व से टकराव की मुद्रा को त्यागने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत के नेतृत्व से बस इतना ही अपेक्षित है कि वह रसातल में जाने वाले अपने ऊँचे घोड़े से नीचे उतरकर पाकिस्तान के साथ शांति की दिशा में आगे बढ़े। उन्होंने कश्मीर और सिंधु जल संधि (आईडब्ल्यूटी) सहित दीर्घकालिक विवादों के समाधान के महत्व पर भी बल दिया, जिसे भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद स्थगित कर दिया था - एक ऐसी घटना जिसमें कथित तौर पर पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादियों ने 26 नागरिकों की हत्या कर दी थी। 

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शांति और समाधान की अपील

भुट्टो ने दोनों देशों से कश्मीर मुद्दे को लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप हल करने का आग्रह किया और जल-संबंधी तनावों को कम करने की वकालत की, उन्होंने 'जल के हथियारीकरण को समाप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने सिंधु घाटी सभ्यता में निहित साझा परंपराओं की वापसी का आह्वान करते हुए कहा कि आइए हम हिमालय की तरह शक्तिशाली शांति का निर्माण करें।" "हाथ बढ़ाना कमजोरी नहीं है। यह समझदारी है।

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