By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | May 01, 2019
कौशाम्बी। पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को एक बार फिर चुनावी राजनीति में घसीटते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि उस समय कुंभ मेला इतना बड़ा नहीं होता था। नेहरू भी उसमें गए थे और उसमें भगदड़ मच गई थी। हजारों लोग कुचल के मारे गए थे। लेकिन सरकार की इज्जत बचाने के लिए और पंडित नेहरू पर कोई दाग न लग जाए, इसके लिए खबरें दबा दी गईं। उन्होंने कहा कि इस बार कुंभ में करोड़ों लोग आए, प्रधानमंत्री खुद भी आए लेकिन कोई भगदड़ नहीं हुई, कोई नहीं मरा। व्यवस्थाएं कैसे बदलती हैं उसका यह उदाहरण है। उन्होंने कहा कि उस समय दूसरी पार्टियों का तो नामोनिशान भी नहीं था। केंद्र और राज्य में कांग्रेस की सरकार थी लेकिन तब भी खबरें दबा दी गईं।
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उन परिवारों ने जिन्होंने अपना सब कुछ खोया था, उन्हें एक रूपया तक नहीं दिया गया। केवल भगदड. ही नहीं ,भगदड़ के बाद जो कुछ हुआ वह भारी असंवेदनशीलता थी जुल्म था। मोदी ने कहा कि मुझे पहले भी कुंभ में अनेक बार आने का मौका मिला। जब सरकार बदलती और नीयत बदलती है तब कैसा परिणाम आता है, यह प्रयागराज ने इस बार दिखा दिया है। पहले कुंभ होता था तो अखाड़ों के बीच जमीन को लेकर विवाद की, मेले में भ्रष्टाचार की बातें सामने आती थीं। इस बार मेला हुआ, शान से माथा ऊंचा हो गया। एक आरोप नहीं लगा।
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मोदी ने कहा कि कुंभ में जिन लोगों ने सफाई की उनके लिए मेरे मन में बहुत सम्मान रहा। उन लोगों ने कुंभ में सफाई के प्रति लोगों की सोच बदल दी। इन सफाई करने वाले भाइयों-बहनों के पैर धोकर मुझे जो पुण्य मिला है, वो मेरी सबसे बड़ी पूंजी है। जब सरकार बदलती है, नीयत बदलती है तब कैसा परिणाम आता है। वो प्रयागराज के कुंभ मेले ने इस बार दिखा दिया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री पद की दौड़ में ये जितने चेहरे है, इनमें से कौन है जो आतंकवाद को खत्म कर सकता है। ये सपा वाले कर सकते है? बसपा वाले कर सकते हैं? कांग्रेस वालों ने तो पहले ही नहीं किया तो अब क्या करेंगे।