By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 26, 2020
उन्होंने कहा कि आज अगर इन चारों देशों की कुल जनसंख्या जोड़ दें तो वह भी उत्तर प्रदेश के 24 करोड़ की जनसंख्या के बराबर होगी। कोरोना महामारी में इन चार देशों में कुल मिलाकर एक लाख 30 हजार लोगों की मौत हो चुकी है जबकि उतनी ही जनसंख्या वाले हमारे उत्तर प्रदेश में 600 लोगों की जान गयी। मोदी ने कहा, कहां एक लाख 30 हजार की मृत्यु और कहां 600 की मृत्यु। प्रधानमंत्री ने कहा कि उक्त चार देशों ने मिलकर कितने प्रयास किये, फिर भी उनके यहां उत्तर प्रदेश से कई गुना ज्यादा जानें गयीं। ये देश विकसित हैं, उनके पास संसाधन भी हैं लेकिन फिर भी अपने नागरिकों को बचाने में उन्हें वह सफलता नहीं मिली जो सफलता उत्तर प्रदेश को मिली। इसके लिए हर उत्तर प्रदेश वासी और हर भारतवासी को गर्व होगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका के पास क्या नहीं है, सब कुछ है। साधन, संसाधन, आधुनिक टेक्नालाजी किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन फिर भी आज अमेरिका कोरोना से बहुत बुरी तरह प्रभावित है। यह भी याद रखिये कि अमेरिका की जनसंख्या करीब 33 करोड़ है। अमेरिका में अब तक एक लाख 25 हजार की मौत हो चुकी है जबकि हमारे उत्तर प्रदेश में 600 लोगों की मृत्यु हुई है। प्रधानमंत्री ने कहा, अगर योगी जी ने और उत्तर प्रदेश के उनके सभी साथियों ने, उत्तर प्रदेश सरकार ने सही से तैयारी नहीं की होती, अगर यूपी में भी अमेरिका की तरह तबाही मची होती तो आज उत्तर प्रदेश में 600 नहीं, 85 हजार लोगों की जान जा सकती थी।
उन्होंने कहा, लेकिन जो मेहनत यूपी की सरकार ने की है, हम कह सकते हैं कि एक प्रकार से अब तक कम से कम 85 हजार लोगों का जीवन बचाने में वो कामयाब हुए हैं। आज अगर हम अपने नागरिकों का जीवन बचा पा रहे हैं तो ये भी अपने आप में एक संतोष का विषय है और देश का आत्मविश्वास भी उसके कारण बढ़ता है। मोदी ने कहा कि इसमें भी हमें एक और बात हमेशा याद रखनी चाहिए कि यह सब उस स्थिति में हुआ जब देश भर से करीब 30—35 लाख प्रवासी कामगार और श्रमिक साथी यूपी में पिछले कुछ हफ्तों में अपने गांव लौटे। सैकड़ों श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलवा कर उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने लोगों को वापस बुलवा लिया। उन्होंने कहा कि दूसरे राज्यों से आये साथियों से संक्रमण का जोखिम और भी अधिक है, लेकिन उत्तर प्रदेश ने जिस तरह स्थिति को संवेदनशीलता के साथ संभाला, उसने राज्य को एक बडे संकट से बाहर निकाल लिया। देश की भी बहुत बडी सेवा उत्तर प्रदेश ने की है। आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश रोजगार अभियान का लक्ष्य रोजगार प्रदान करने, स्थानीय स्तर पर उद्यमिता को बढा़वा देने और रोजगार के मौके उपलब्ध कराने के लिए औद्योगिक संगठनों और अन्य संस्थानों को साथ जोडना है। मोदी ने प्रदेश के छह जिलों के ग्रामीणों से संवाद भी किया। राज्य के सभी जिलों के ग्रामीण साझा सेवा केन्द्र और कृषि विज्ञान केन्द्रों के जरिए इस अभियान के शुभारंभ के साक्षी बने।