By सुयश भट्ट | Jul 08, 2021
भोपाल। मध्य प्रदेश में स्कूल खोलने और ट्यूशन फीस लेने के मुद्दे पर सरकार और प्राइवेट स्कूल संचालक आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने तीसरी लहर की आशंका खत्म होने तक स्कूल बंद रखने के अलावा कोई अतिरिक्त राशि नहीं लेने की घोषणा की है। जिसके विरोध में प्रदेश के प्राइवेट स्कूल संचालक अब मैदान में उतर गए हैं। बता दें कि प्राइवेट स्कूलों की संस्था एसोसिएशन ऑफ अन एडेड प्राइवेट स्कूल्स मध्यप्रदेश ने ट्यूशन फीस लेने की घोषणा का आदेश जारी नहीं करने की सरकार से मांग की है। वहीं एसोसिएशन के अलावा प्रदेश के कई प्राइवेट स्कूलों से जुड़े संगठनों ने भी 12 जुलाई से स्कूल बंद करने की बात कही है।
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दरअसल एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट विनय राज मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ साल से प्रदेश के प्राइवेट स्कूल बंद हैं लेकिन शिक्षक और स्टाफ को पूरा वेतन दिया जा रहा है। सरकार का ट्यूशन फीस लेने का निर्णय बिल्कुल ठीक नहीं है। उन्होंने कहा है कि अगर आदेश पर अमल होता है तो स्कूल ही बंद कर देंगे। इसके साथ साथ ऑनलाइन क्लॉसेस भी संचालित नहीं की जाएंगी। गुरुवार को स्कूल संचालकों ने 12 जुलाई से सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने की बात कहीं है। उन्होंने 9वीं से 12वीं तक के स्कूल खोलने की परमिशन देने की सरकार से मांग की है।