By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 23, 2019
चंडीगढ़। पंजाब की उच्च सुरक्षा वाली नाभा जेल में दो कैदियों द्वारा, 2015 में बरगाड़ी में धार्मिक ग्रंथ की बेअदबी की घटना के मुख्य आरोपी की कथित रूप से हत्या किए जाने के एक दिन बाद, समूचे राज्य में किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि विभिन्न जगहों पर गाड़ियों की जांच की जा रही है जबकि फरीदकोट के कोटकपुरा शहर में राज्य पुलिस के संग अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है। नाभा से महिदंरपाल बिट्टू का शव आज सुबह कोटकपुरा लाया गया। बिट्टू डेरा सच्चा सौदा पंथ का अनुयायी था। उसपर शनिवार शाम को दो कैदियों ने कथित रूप से हमला किया था। इसके बाद उसे पटियाला के नाभा सिविल अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
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पुलिस ने बताया था कि शुरुआती जांच में सामने आया है कि फरीदकोट के रहने वाले 49 साल के बिट्टू पर गुरसेवक सिंह और मनिन्दर सिंह ने कथित रूप से हमला कर दिया। ये दोनों आरोपी नाभा जेल में हत्या के मामले में बंद हैं। अधिकारियों ने बताया कि इन दोनों कैदियों ने बिट्टू पर सरिए से हमला किया। उन्हें ये सरिये जेल के अंदर हो रहे निर्माण स्थल से हासिल किये थे। इस हमले में बिट्टू के सिर पर गंभीर चोट आई थी।
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