रवींद्रनाथ टैगोर ने भारत के अलावा इन दो देशों को दिया राष्ट्रगान, महज 8 साल की उम्र में लिखी थी पहली कविता

By निधि अविनाश | Aug 07, 2022

नोबेल पुरस्कार विजेता और भारत के राष्ट्रगान की रचना करने वाले रवींद्रनाथ टैगोर को गुरूदेव के नाम से भी जाना जाता था। वह एशिया के पहले ऐसे कवि थे जिन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। ऐसा कोई ही भारतीय होगा जो इन्हें नहीं जानता होगा। देश का राष्ट्रगान लिखने वाले गुरूदेव हर भारतीय के दिलों में बसते है। आपको बता दें कि टैगोर ने न केवल भारत का राष्ट्रगान लिखा बल्कि दो और देशों का भी राष्ट्रगान लिखा। ये देश है बांग्लादेश और श्रीलंका। टैगोर ने अपनी रचनाओं से इन देशों के हर एक नागरिक को एक ही स्वर में बांध के रखा।

इसे भी पढ़ें: नीति आयोग की बैठक के बाद बोले भगवंत मान, पिछले 3 साल से पंजाब से कोई नहीं आया, PM मोदी के लिए कही ये बात

टैगोर का जन्म 7 अगस्त 1861 को कलकत्ता में हुआ था। अपने 13 भाइ-बहनों में टेगौर सबसे छोटे थे और बचपन में ही अपनी मां को खो चुके थे। शिक्षा हासिल करने के लिए टैगोर लंदन गए जहां उन्होंने कानून की पढ़ाई की लेकिन वह बीच में ही सबकुछ छोड़ कर वापस भारत लौट आए और मृणालिनी देवी से विवाह कर लिया। तब टैगोर की पत्नी की उम्र केवल 10 साल की थी। एक साथ 19 सालों तक साथ रहने के बाद टैगोर की पत्नी का देहांत हो गया। उनके जाने के बाद गुरूदेव ने कभी भी दूसरी शादी करने का नहीं सोचा। बचपन से ही साहित्य संबंधी गुणों से भरे हुए गुरूदेव ने अपने जीवन काल में कई उपन्यास, निबंध, लघु-कथाएं, यात्रा-वृत्तांत, नाटक आदि लिखे।

इसे भी पढ़ें: बाटला हाउस में ISIS का आतंकी, सीरिया भेजता था पैसे, एक दिन की रिमांड पर भेजा गया

गीतांजलि, पूरबी प्रवाहिन, शिशु भोलानाथ, महुआ, वनवाणी, परिशेष, पुनश्च, वीथिका शेषलेखा और चोखेरबाली उनकी तमाम प्रसिद्ध किताबों से कुछ के नाम हैं, जिन्हें लोगों द्वारा काफी पसंद किया गया। 7 अगस्त 1941 को 80 वर्ष में महाकवि का देहांत हुआ।

प्रमुख खबरें

Allahabad उच्च न्यायालय ने पूर्व सांसद धनंजय सिंह को दी जमानत

Odisha में भीषण गर्मी का प्रकोप, Bhubaneswar में तापमान 44.6 डिग्री सेल्सियस पहुंचा

Congress ने आचार संहिता के उल्लंघन पर Anurag Thakur के खिलाफ निर्वाचन आयोग से की शिकायत

हम जीवित हैं क्योंकि Modi ने हमारे लिए कोविड-19 के टीके की उपलब्धता सुनिश्चित की : Fadnavis