राहुल का मोदी पर हमला, कहा- सदन में नहीं आते PM, लोकतंत्र चलाने का ये कोई तरीका नहीं

By अंकित सिंह | Dec 14, 2021

राज्यसभा के 12 सांसदों के निलंबन के खिलाफ आज विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला। इस दौरान राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदन में नहीं आते हैं यह लोकतंत्र चलाने का कोई तरीका नहीं है। अपना हमला जारी रखते हुए राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी सांसदों के निलंबन को 14 दिन हो गए हैं। जिन मुद्दों पर सदन में विपक्ष बहस करना चाहती है, उनपर हमें बहस नहीं करने दी जाती। जहां विपक्ष आवाज़ उठाने की कोशिश की जाती है, उन्हें निलंबित कर दिया जाता है। ये लोकतंत्र की हत्या है। राहुल गांधी ने कहा कि हंगामे के बीच संसद में बिलों के बाद बिल पास हो रहे हैं। यह संसद चलाने का तरीका नहीं है। पीएम सदन में नहीं आते हैं. हमें राष्ट्रीय महत्व के किसी भी मुद्दे को उठाने की अनुमति नहीं है। यह लोकतंत्र की दुर्भाग्यपूर्ण हत्या है। इससे पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेंद्र मोदी सरकार को लोकतंत्र में चर्चा और असहमति के संदर्भ में ट्यूशन लेने की जरूरत है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘लोकतंत्र में बहस व असहमति का महत्व- इस विषय पर मोदी सरकार को ट्यूशन की ज़रूरत है।’’ 

 

इसे भी पढ़ें: लोकतंत्र को कमजोर करती है सांसदों की गैरहाजिरी, प्रधानमंत्री ने जो कहा उस पर सभी दल ध्यान दें


राज्यसभा के 12 सांसदों का निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने संसद से विजय चौक तक मार्च निकाला। गौरतलब है कि गत मानसून सत्र में ‘अशोभनीय आचरण’ के लिए पिछले 29 नवंबर को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि के लिए निलंबित कर दिया गया था। निलंबन के बाद से ये सांसद संसद की कार्यवाही के दौरान प्रतिदिन सुबह से शाम तक संसद परिसर में धरना दे रहे हैं।

 

प्रमुख खबरें

Supreme Court ने 26 आंतरिक समितियों का पुनर्गठन किया

Ghaziabad: ग्राहकों के खातों से 65 लाख रुपये के गबन का आरोपी बैंक कर्मी गिरफ्तार

आर्थिक तंगी, घर खाली करने के दबाव के कारण परिवार के सदस्यों के आत्महत्या करने का संदेह: पुलिस

संविधान कमजोर कर रही मोदी सरकार, सामाजिक न्याय के लाभ पलटे गए: खरगे