By एकता | Oct 02, 2025
कोलंबिया के ईआईए विश्वविद्यालय में एक कार्यक्रम में बोलते हुए, कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने केंद्र की एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'लोकतंत्र पर हो रहा हमला' भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
राहुल गांधी ने स्वीकार किया कि भारत में इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवा जैसे क्षेत्रों में मजबूत क्षमताएं हैं, जिसके कारण वह देश के भविष्य को लेकर आशावादी हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि देश को कुछ 'संरचनात्मक खामियों' को ठीक करने की जरूरत है, जिनमें सबसे बड़ी चुनौती लोकतंत्र पर हो रहा व्यापक हमला है।
गांधी ने जोर देकर कहा कि भारत कई धर्मों, परंपराओं, भाषाओं और विचारों का देश है। इन विविध संस्कृतियों को फलने-फूलने के लिए लोकतांत्रिक व्यवस्था ही सबसे अच्छा स्थान देती है, और इसी व्यवस्था पर हमला हो रहा है, जो कि एक 'बड़ा खतरा' है।
राहुल गांधी ने आरएसएस और भाजपा की विचारधारा पर भी तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि 'कायरता' उनकी विचारधारा के मूल में है। उन्होंने विदेश मंत्री के एक बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि 'चीन हमसे कहीं अधिक शक्तिशाली है, इसलिए हम उनसे झगड़ा कैसे कर सकते हैं?' गांधी ने इसे 'कायरता' बताया।
आरएसएस की विचारधारा को समझाने के लिए, गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर की किताब से एक घटना का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि सावरकर ने लिखा था कि एक बार उन्होंने और उनके दोस्तों ने एक मुस्लिम व्यक्ति की पिटाई की थी, जिस पर उन्हें बहुत खुशी हुई।
गांधी ने कहा, 'कमजोर लोगों को पीटना, यही आरएसएस की विचारधारा है।' उन्होंने इसे कायरता बताते हुए कहा कि यह विचारधारा ताकतवर लोगों से दूर भागती है और कमजोर लोगों को निशाना बनाती है।
राहुल गांधी ने हाल ही में लद्दाख में हुए विरोध प्रदर्शनों के लिए भी भाजपा-आरएसएस को जिम्मेदार ठहराया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार लद्दाखियों को 'आवाज' नहीं दे रही है। इसके अलावा, उन्होंने बिहार में मतदाता सूची के मुद्दे को लेकर केंद्र पर 'वोट चोरी' का भी आरोप लगाया था।