राहुल गांधी की वजह से सुर्खियों में आया वायनाड, क्या जीत दर्ज कर पाएगी कांग्रेस?

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 22, 2019

वायनाड। देश की निगाहें जिन कुछ प्रमुख लोकसभा सीटों पर हैं उनमें केरल में पश्चिमी घाटों की ढलान पर स्थित वायनाड संसदीय क्षेत्र भी है जिसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने चुनाव लड़ने के लिए उत्तर प्रदेश के अमेठी के साथ चुना है। ब्रिटिश उपनिवेशकों के खिलाफ छापामार संघर्ष करने वाले मशहूर पझासी राजा की सरजमीं पर 23 अप्रैल को होने वाले मतदान में राहुल गांधी का मुकाबला भाकपा के पी पी सुनीर और राजग के तुषार वेलापल्ली से होगा। वेलापल्ली भारत धर्म जन सेना के उम्मीदवार हैं जो राजग का घटक है। वायनाड लोकसभा क्षेत्र तमिलनाडु के नीलगिरि और कर्नाटक के मैसूरू क्षेत्र से लगा है। इसमें तीन जिलों में सात विधानसभा क्षेत्र हैं।

इसे भी पढ़ें: दिल्ली से भेजे किसी व्यक्ति की वायनाड में जरुरत नहीं: मतदाताओं से बोलीं सीतारमण

इस लोकसभा सीट में कुल मतदाता 13,57,819 हैं जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या पुरुषों से ज्यादा है। इस सीट का सृजन 2009 में किया गया था और तब से यहां वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एम आई शानवास सांसद रहे जिनका पिछले साल निधन हो गया। उन्होंने 2009 के चुनाव में भाकपा के एम रहमतुल्ला को डेढ़ लाख वोटों से हराया था। 2014 में उन्होंने भाकपा नेता सत्यन मोकेरी को 20 हजार वोटों के अंतर से पराजित किया। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि कांग्रेस नीत यूडीएफ का गढ़ माने जाने वाली वायनाड राहुल गांधी के लिए सुरक्षित सीट है। उनके मुताबिक देखने वाली बात होगी कि यहां जीत का अंतर कितना होता है।

प्रमुख खबरें

Congress पर मोदी का वार, बोले- तुष्टिकरण के कारण राम मंदिर अभिषेक का पार्टी ने किया बहिष्कार, YSR पर भी बरसे

सेना के शौर्य का अपमान करना विपक्ष की आदत: Anurag Thakur

Loksabha Elections के तीसरे चरण में 7 मई को 12 राज्यों की 94 सीटों पर होगी वोटिंग, कई दिग्गजों के भाग्य का होगा फैसला

कुणाल शर्मा हत्याकांड को लेकर जेवर विधायक का सख्त कदम, लापरवाही बरतने वालों अधिकारियों व दोषियों के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई