By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 17, 2020
पटना। आज कांग्रेस और वामदलों के साथ तेजस्वी यादव ने साझा घोषणापत्र का एलान किया। दरअसल कुछ चीजें बेहद साझा है भ्रष्टाचार और परिवारवाद एवं कुंबापरस्ती। कांग्रेस और राजद दोनों के अतीत और वर्तमान में यह चीजें बहुत ही सामान्य है। प्रसाद ने कहा कि जहां तक राज्य को सुशासन देने की बात, राज्य को बेहतर गवर्नेन्स देने की बात हो, राज्य का विकास और बेरोजगारों को नौकरियां तो 15 वर्षों में जो सरकार न गरीबी खत्म करने की दिशा में कोई कदम उठा सकी न रोजगार दे सकी उससे जनता को बहुत अपेक्षा भी नहीं है। जनता के लिए यह घोषणापत्र किसी चुनावी छलावे के अलावा कुछ भी नहीं है। जो पार्टी भ्रष्टाचार और कुशासन के लिए पूरी दुनिया में बिहार के लिए अपमान का कारण बनी उस राजद को आज तेजस्वी यादव एक बार फिर से बिहार में स्थापित करने की जो कोशिश कर रहे हैं उसमें वह कतई भी कामयाब नहीं होंगे।
राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि बिहार की जनता ना तो इस घोषणा पत्र पर भरोसा करने वाली और ना ही इसके झांसे में आने वाली है और ना ही इस घोषणा पत्र के जरिए कोई मन बदलने का इरादा करने वाली है। इस चुनाव में पूरी तरह से लालटेन युग की समाप्ति का आवान बिहार की जनता ने किया है। बिहार में दाल गलाने की स्थिती ना कांग्रेस की है और ना ही राजद की है एवं न ही उनके सहयोगी वाम दलों की है।