By अंकित सिंह | Jun 17, 2022
सेना में भर्ती के लिए सरकार द्वारा लाए गए अग्निपथ योजना को लेकर युवाओं में नाराजगी बढ़ती जा रही है। यही कारण रहा कि आज तीसरे दिन भी इस योजना को लेकर बिहार के साथ-साथ देश के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुआ। यह विरोध प्रदर्शन इतना बड़ा है कि कई जगह ट्रेनों में आग लगा दी गई है। तो कई जगह तोड़फोड़ की गई है। इन सबके बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने युवाओं से शांति की अपील की है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित की गई अग्निपथ योजना भारत के नौजवानों को देश की रक्षा व्यवस्था से जोड़ने और देश की सेवा करने का सुनहरा अवसर देता है। मैं अग्निवीर हूं, यह उनकी पहचान बन जाती है।
राजनाथ ने कहा कि पिछले 2 सालों से सेना में भर्ती नहीं होने के कारण नौजवानों को सेना में भर्ती होने का अवसर नहीं मिल पाया, यह सच है। रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि युवाओं के भविष्य को ध्यान में रखते हुए और उनके प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए प्रधानमंत्री जी के अनुमोदन पर सरकार ने यह फैसला लिया है। अग्निवीरों की भर्ती की आयु सीमा को इस साल के लिए 23 वर्ष कर दिया गया है। यह वन टाइम रिलैक्सेशन है जिससे कि बहुत सारे नौजवानों को फायदा होगा। रक्षा मंत्री ने साफ तौर पर कहा कि भर्ती प्रक्रिया कुछ ही दिनों में होने जा रही है। उन्होंने सभी नौजवानों से सेना में भर्ती होने के लिए तैयारी करने की अपील की।
आपको बता दें कि सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए घोषित ‘‘अग्निपथ’’ योजना के खिलाफ ट्रेनों में आगजनी, सार्वजनिक और पुलिस के वाहनों को आग लगाने की घटनाओं के बीच सरकार ने वर्ष 2022 के लिए इस प्रक्रिया के तहत भर्ती की उम्र पूर्व में घोषित 21 साल से बढ़ाकर 23 साल कर दी। सरकार ने मंगलवार को अग्निपथ योजना की घोषणा करते हुए कहा था कि सभी नयी भर्तियों के लिए आयु साढ़े 17 से 21 वर्ष के बीच होनी चाहिए। रक्षा मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि पिछले दो वर्षों के दौरान भर्ती करना संभव नहीं हुआ, सरकार ने फैसला किया है कि 2022 के लिए प्रस्तावित भर्ती प्रक्रिया के लिए एकबारगी (आयु सीमा में) छूट दी जाएगी।’’ वहीं, अग्निपथ योजना के खिलाफ कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहा है।