By रेनू तिवारी | Jun 05, 2025
कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने कहा कि रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) इस आयोजन को चाहते थे और सरकार ने इसमें मदद की, जबकि बुधवार को हुई भगदड़ को लेकर लोगों में आक्रोश था, जिसमें ग्यारह लोगों की मौत हो गई और 47 अन्य घायल हो गए। परमेश्वर ने मीडिया से कहा, "मुख्यमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि इस घटना की मजिस्ट्रेट जांच होगी। आरसीबी और क्रिकेट संघ (केएससीए) इस समारोह को चाहते थे और हमने कहा कि हम इसमें मदद करेंगे।"
कर्नाटक के राज्यपाल का सरकार से भगदड़ की वजह की जांच करने का आग्रह
कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने बुधवार को राज्य सरकार से आग्रह किया कि वह उन खामियों की गहन जांच करे, जिनके कारण आरसीबी की जीत के जश्न के दौरान चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर दुखद घटना हुई। उन्होंने सरकार से मृतकों के परिवारों के लिए उचित मुआवजा और सहायता सुनिश्चित करने को भी कहा। आरसीबी की पहली आईपीएल जीत का जश्न उस समय दुखद हो गया जब हजारों आरसीबी प्रशंसक टीम की एक झलक पाने के लिए स्टेडियम के बाहर एकत्र हुए और भगदड़ मच गई। इसमें कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक घायल हो गए।
स्थानीय चिन्नास्वामी स्टेडियम के पास मची भगदड़ के बाद वहां जूते-चप्पलों के ढेर, खेलकूद के कपड़े और सामान के टुकड़े बिखरे हुए देखे गए। इस भगदड़ के कारण 11 लोगों की मौत हो गई है और 33 लोग घायल हो गए। आरसीबी द्वारा पहली बार आईपीएल खिताब जीतने के उपलक्ष्य में जैसे ही जश्न का माहौल शुरू हुआ, लाखों की संख्या में युवा पुरुषों और महिलाओं की भीड़ स्टेडियम के बाहर एकत्र हो गई।
कई युवा विशाल वृक्षों की शाखाओं पर चढ़ने में सफल रहे, युवक खंभों से चिपके रहे और यहां तक कि विशाल दीवारों पर चढ़कर स्टेडियम में प्रवेश करने में सफल रहे, ताकि वे अपने सितारों की एक झलक पा सकें। कुछ भी उन्हें रोक नहीं सका और भीड़ बढ़ती गई तथा व्यस्त इलाके में आरसीबी के नारे लगने से बेंगलुरू की सड़कों पर उत्सव का माहौल बन गया। भीड़ बेकाबू होती गई और धीरे-धीरे भगदड़ की स्थिति पैदा हो गई। जल्द ही चीख-पुकार सुनाई देने लगी और इससे पहले कि कोई समझ पाता कि क्या हो रहा है, लोग गिर पड़े और बेहोश हो गए, जिन्हें तुरंत पास के अस्पतालों में ले जाया गया।