By नीरज कुमार दुबे | Dec 22, 2022
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच इस समय जो संघर्ष छिड़ा हुआ है उस पर दुनिया की नजरें बनी हुई हैं। प्रभासाक्षी ने अपने खास साप्ताहिक कार्यक्रम शौर्य पथ में ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डीएस त्रिपाठी से जब इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने कहा कि दरअसल अफगानिस्तान ने कभी उस रेखा को नहीं माना जो पाकिस्तान के गठन के समय खींची गयी थी।
उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान का कहना है कि पाकिस्तान का गठन तो बाद में हुआ जबकि अफगानिस्तान का अस्तित्व पहले से ही है। इसलिए अफगानिस्तान का कहना है कि पाकिस्तान के इलाके में पश्तूनों के इलाके पर इस्लामाबाद का कोई हक नहीं है। ब्रिगेडियर (सेवानिवृत्त) डीएस त्रिपाठी ने कहा कि इसके अलावा जब तालिबान को अफगानिस्तान की सत्ता मिल गयी तो उन्होंने अब पाकिस्तान के उन इलाकों को भी अपने साथ लेने की योजना बनाई है जिसे वह अपना मानते हैं।
उन्होंने कहा कि दूसरा तालिबान जब अफगानिस्तान की सत्ता से बाहर था तब उसे भले पाकिस्तान की जरूरत थी लेकिन आज वह जरूरत खत्म हो गयी है। इसके साथ ही तालिबान को यह भी दिख रहा है कि पाकिस्तान अब उसकी किसी भी तरह से मदद करने की स्थिति में नहीं है इसलिए भी चाहे पाकिस्तान तालिबान हो या अफगान तालिबान...दोनों ही पाकिस्तान के खिलाफ हो गये हैं।