शादी के 7 साल बाद भी विद्या बालन ने अपने पति सिद्धार्थ रॉय के साथ कोई फ़िल्म क्यों नहीं की?

By आकांक्षा तिवारी | Sep 03, 2019

विद्या बालन बॉलीवुड की उन चंद अभिनेत्रियों में से एक हैं, जिन्होंने अपने लुक्स नहीं बल्कि अपनी एक्टिंग से लोगों का दिल जीता। विद्या का हर अंदाज़ काफ़ी अनोखा है। वो जब भी किसी मुद्दे पर बात करती हैं, खुलकर करती हैं। हाल ही में उन्होंने अपनी पर्सनल लाइफ़ के बारे में भी खुल कर बोला। दरअसल, विद्या बालन और सिद्धार्थ रॉय की शादी को सात साल हो गये, पर अब तक इन दोनों ने साथ में एक भी फ़िल्म नहीं की।

 

इसकी वजह बताते हुए विद्या ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्हें ये सब बहुत ज्य़ादा लगता है। क्योंकि विद्या कहती हैं कि अकसर उनकी डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर के साथ बहस हो जाती है। हांलाकि, वो लड़ती नहीं हैं, पर बहस के ज़रिये ही समस्या के निष्कर्ष तक पहुंचने की कोशिश करती हैं। वहीं विद्या अपने पति सिद्धार्थ के साथ ऐसे बातचीत नहीं कर सकती, क्योंकि वो काफ़ी पर्सनल हो जाते हैं और इससे दोनों के झगड़े बढ़ने की उम्मीद है।

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आगे विद्या कहती हैं कि कई बार ऐसा होता है जब दोनों को स्क्रिप्ट अच्छी लगती है, पर इसके बावजूद दोनों ने साथ काम नहीं किया। क्योंकि सिद्धार्थ और विद्या दोनों ही अपनी प्रोफ़ेशनल और पर्सनल लाइफ़ को अलग-अलग रखना चाहते हैं। इंटरव्यू में विद्या ने बताया कि वो सिद्धार्थ से पैसों के लेनदेन की बातचीत भी नहीं कर पाएंगी। अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए विद्या कहती हैं कि सोचो अगर सिद्धार्थ कहें कि तुम्हें फ़िल्म के इतनी फ़ीस दी जाती है। पर वहीं मैं कहूं,नहीं मुझे और पैसे मिलने चाहिये. इससे उन्हें ऐसा लगेगा कि उनके पति उन्हें कम आंक रहे हैं। इन सब भावनाओं से बचने के लिये सिद्धार्थ के साथ काम नहीं करना चाहती।

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अभिनेत्री विद्या बालन और सिद्धार्थ ने 2002 में साउथ इंडियन और पंजाबी रीति-रिवाज से शादी रचाई थी, जिसके बाद दोनों ही अपनी निजी ज़िंदगी में ख़ुश हैं। इसके साथ ही दोनों की प्रोफ़ेशनल लाइफ़ भी अच्छी चल रही है। हाल ही में विद्या ने मिशन मंगल में अहम किरदार निभाया था, फ़िल्म ने बॉक्स ऑफ़िस पर करीब 200 करोड़ रुपये की कमाई की।

 

वैसे अच्छा भी है पति-पत्नी की प्रोफ़ेशनल और पर्सनल लाइफ़ अलग-अलग होनी चाहिये। शायद यही वजह है कि सात सालों दोनों एक-दूसरे के साथ हैं। बस उम्मीद है कि आगे भी विद्या इसी तरह का बैलेंस बरकरार रखेंगी।

 

- आकांक्षा तिवारी

 

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