कृषि कानूनों की वापसी की घोषणा प्रधानमंत्री की संवेदनशीलता का परिचायक: बाबूलाल मरांडी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 20, 2021

पाकुड़ (झारखंड)|  झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने शुक्रवार को कहा कि कृषि कानूनों की वापसी का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संवेदनशीलता का परिचायक है।

मरांडी ने संवाददाताओं से कहा कि यह फैसला किसी के दवाब में नहीं बल्कि छोटे किसानों के हितों के मद्देनजर प्रधानमंत्री ने किया है।

इसे भी पढ़ें: सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किस चीज ने प्रेरित किया, यह स्पष्ट नहीं है : मिश्रा

उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री बधाई व धन्यवाद के पात्र हैं। मरांडी ने कहा कि अगर केंद्र सरकार चाहती तो अपनी शक्ति का उपयोग करते हुए प्रदर्शनकारियों के खिलाफ सख्ती कर सकती थी, लेकिन संवेदनशीलता दिखाते हुए ऐसा नहीं किया गया।

उन्होंने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार के गठन के बाद से ही राज्य में अराजकता की स्थिति पैदा हो गयी है।

उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘अपराधी बेख़ौफ़ हैं और आम जनता भयभीत है। आपराधिक घटनाओं, खासकर बलात्कार, हत्याओं के मामलों ने तो पिछला सारा रिकार्ड तोड़ दिया है।

सरकारी संरक्षण में अवैध उत्खनन व खनिजों की तस्करी चरम पर है।’’ उन्होंने कहा कि विभिन्न वजहों से पंचायतों को अवधि विस्तार दिया जा रहा है ताकि सरकारी अमलों के जरिए विकास के नाम पर वसूली की जा सके।

इसे भी पढ़ें: गाजीपुर बार्डर पर किसानों ने कहा: हमें प्रदर्शनस्थल की याद आएगी, बड़ी मुश्किल से दिन गुजारे यहां

उन्होंने राज्य सरकार पर अवधि विस्तार की आड़ में हरेक पंचायत से दस से पंद्रह हजार रुपए वसूलने का भी आरोप लगाया।

प्रमुख खबरें

अमेरिका के चक्कर में अब इस देश ने भारत पर फोड़ा 50% वाला टैरिफ बम, पुतिन-चीन भी हैरान!

Tech Tips: iPhone की असलियत चेक करने के 5 आसान उपाय, कोई भी गलती न करें

Rahul Gandhi की बुलाई बैठक से फिर गायब थरूर! कांग्रेस के चीफ व्हिप बोले- नहीं पता वजह

Prabhasakshi NewsRoom: अमित शाह की भविष्यवाणी होने लगी सच! कांग्रेस कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व से माँगने लगे हिसाब