By अंकित सिंह | Dec 07, 2022
भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति ने समीक्षा के बाद नीतिगत दर रेपो में 0.35 प्रतिशत की और वृद्धि कर दी है। अब रेपो दर बढ़कर 6.25 प्रतिशत हुई। इसके बाद लोगों को महंगाई का झटका लगने वाला है। जानकारी के मुताबिक के रेपो रेट में बढ़ोतरी के बाद होम लोन में बढ़ोतरी हो सकती है। रिजर्व बैंक गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि वैश्विक स्तर पर अनिश्चितताओं के बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है और देश निवेश के लिए आकर्षक गंतव्य बना हुआ है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मौद्रिक नीति समिति का नीतिगत दर के मामले में उदार रुख वापस लेने का रुख बरकरार है।
आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति की बैठक 5, 6 और 7 दिसंबर को हुई। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था जुझारू बनी हुई है। उन्होंने कहा कि मुख्य मुद्रास्फीति ऊंची बनी हुई है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिये आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को सात प्रतिशत से घटाकर 6.8 प्रतिशत किया है। उन्होंने कहा कि स्टैंडिग डिपोजिट फैसिलिटी(SDF रेट) को 6% और मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी(MSF रेट) और बैंक रेट को 6.5% तक एडजस्ट किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगले 12 महीनों में मुद्रास्फीति दर 4% से ऊपर रहने की उम्मीद है।