By अंकित सिंह | Nov 18, 2025
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन का आकलन करने के लिए सोमवार को एक बैठक की। बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन 35 सीटों पर सिमट गया, जिसमें से 25 सीटों पर राजद ने जीत हासिल की। बैठक के बाद, राजद नेताओं ने कहा कि पार्टी जनादेश को "पचने में असमर्थ" है, जिसने एनडीए गठबंधन को 243 में से 202 सीटें दिलाईं। उन्होंने चुनाव में वोट चोरी और ईवीएम के दुरुपयोग को दोषी ठहराया।
राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि समीक्षा बैठक में पार्टी प्रमुख (लालू यादव), पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी जी, जगदानंद सिंह और उदय नारायण सिंह जी सहित वरिष्ठ नेताओं ने जनादेश पर अपने विचार व्यक्त किए। यह स्पष्ट है कि न तो जनता और न ही राजनीतिक दल इस जनादेश को पचा पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह जनादेश मशीनरी प्रबंधन से आया है। दुनिया में किसी भी राजनीतिक दल के लिए 90% का स्ट्राइक रेट संभव नहीं है।
नवनिर्वाचित राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने ईवीएम के ज़रिए वोटों की चोरी का आरोप लगाया और मतपत्रों से चुनाव कराने की माँग की। उन्होंने कहा कि ईवीएम में चोरी हुई है। हमें ईवीएम के खिलाफ लड़ना होगा। हम मांग करते हैं कि चुनाव मतपत्रों से हों। राजद के वरिष्ठ नेता जगदानंद सिंह ने कहा, "इन मशीनों (ईवीएम) का दुरुपयोग किया गया। नीतीश कुमार के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बिहार चुनावों में भारी जीत दर्ज की। एनडीए ने 243 में से 202 सीटें हासिल की हैं, जिसमें भाजपा 89 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है।
एनडीए: भाजपा: 89 सीटें, जेडी(यू): 85 सीटें, एलजेपी (आरवी): 19 सीटें, हम (एस): 5 सीटें और आरएलएम: 4 सीटें, जबकि महागठबंधन: आरजेडी: 25 सीटें, कांग्रेस: 6 सीटें, सीपीआई(एमएल)(एल): 2 सीटें, सीपीआई(एम): 1 सीट। आईआईपी ने 1 सीट और एआईएमआईएम ने 5 सीटें जीतीं। एनडीए की जीत का श्रेय नीतीश कुमार की कल्याणकारी योजनाओं को दिया जा रहा है, जिसमें महिला रोज़गार योजना भी शामिल है, जिसके तहत 1.25 करोड़ महिलाओं को ₹10,000 दिए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत को सुशासन और विकास की जीत बताया।