By मिताली जैन | Oct 24, 2021
स्वास्थ्य और खानपान का सीधा संबंध है। आमतौर पर, लोग हेल्दी रहने के लिए अपने खानपान पर विशेष रूप से फोकस करते हैं। हर फूड इंग्रीडिएंट की अपनी एक विशेषता होती है और इसलिए किसी भी फूड आइटम को अपनी डाइट में शामिल करने से पहले वह अपनी हेल्थ पर विशेष रूप से फोकस करते हैं। शायद यही कारण है कि कई तरह के फूड्स को लेकर उनके मन में भ्रांतियां भी पैदा हो जाती है। सीताफल को लेकर भी लोगों के मन में कई तरह के डर होते हैं, जिसके कारण लोग इन्हें खाने से बचते हैं। हाल ही में सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने मौसमी फल सीताफल अर्थात् कस्टर्ड एप्पल को लेकर लोगों के मन में बसे डर और उनकी वास्तविक सच्चाई के बारे में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में बताया है, जिसे जानने के बाद आपके मन के भी कई डर आसानी से निकल जाएंगे-
डर- डायबिटीज है तो इसे अवॉयड करें
फैक्ट- रूजुता दिवेकर के अनुसार, सीताफल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। साथ ही यह एक लोकल और सीजनल फ्रूट है, इसलिए डायबिटीज रोगी बेहद आसानी से इसका सेवन कर सकते हैं।
डर- मोटे लोगों को नहीं खाना चाहिए सीताफल
फैक्ट- रूजुता दिवेकर बताती है कि यह फल विटामिन-बी कॉम्प्लेक्स, विशेष रूप से विटामिन-बी 6 का एक अच्छा स्रोत है। इसलिए, यह ब्लोटिंग को कम करने में बेहद अच्छी तरह से काम करता है।
डर- हार्ट रोगी को इसे खाने से बचना चाहिए
फैक्ट- अगर आप हार्ट पेशेंट हैं और सीताफल खाने से डरते हैं। तो रूजुता दिवेकर बताती है कि इसमें कई तरह के मिनरल्स जैसे मैंगनीज और विटामिन-सी आदि प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। यह हार्ट और सर्कुलेटरी सिस्टम पर एंटी-एजिंग इफेक्ट डालता है। साथ ही इसके सेवन से आपको हेल्दी हार्ट और बेहतर सर्कुलेटरी सिस्टम होता है।
डर- पीसीओडी है तो इसे अवॉयड करें
फैक्ट- पीसीओडी से पीड़ित महिलाएं भी सीताफल खाने से बचती हैं। हालांकि, सीताफल आयरन का एक अच्छा स्रोत है और थकान, चिड़चिड़ापन की भावनाओं से लड़ने के साथ-साथ फर्टिलिटी में भी सुधार करता है। इस लिहाज से अगर देखा जाए तो महिलाओं को विशेष रूप से इस मौसमी फल को अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए।
मिताली जैन