IAS अफसरों को CM के संदेश का इंतजार, SC का तुरंत सुनवाई से इनकार

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 19, 2018

नयी दिल्ली। आप सरकार और नौकरशाही के बीच रिश्तों में गर्माहट आने के संकेतों के बीच आईएएस अधिकारियों ने आज कहा कि उन्हें गतिरोध खत्म करने के लिए सचिवालय में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से आधिकारिक संदेश का इंतजार है। उच्चतम न्यायालय ने उपराज्यपाल के दफ्तर में केजरीवाल और उनके कैबिनेट सहयोगियों के धरने को ‘असंवैधानिक’ करार देने की मांग करने वाली याचिका पर तुरंत सुनवाई करने से इनकार कर दिया है, जबकि मुख्यमंत्री ने यह कह कर गेंद उपराज्यपाल के पाले में डाल दी कि उन्हें उपराज्यपाल अनिल बैजल की प्रतिक्रिया का इंतजार है।

उन्होंने दावा किया कि लेकिन बैजल बैठक बुलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मंजूरी मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उपराज्यपाल पर हमला तेज करते हुए, आप ने आरोप लगाया कि बैजल केंद्र के ‘इशारे पर’ काम कर रहे हैं और गतिरोध खत्म करने के लिए दिल्ली सरकार तथा आईएएस अधिकारियों की बैठक नहीं बुला रहे हैं। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को आज सुबह एलएनजेपी अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। वे उपराज्यपाल के कार्यालय में भूख हड़ताल पर थे और तबीयत बिगड़ने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

इस बीच, आप विधायक सोमनाथ भारती और ए के बग्गा को उपराज्यपाल के दफ्तर से पुलिस ने कथित रूप से हटा दिया जहां वे डीडीए की एक बैठक में हिस्सा लेने के लिए गए थे। भारती और बग्गा दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के सदस्य हैं और बैठक के बाद उपराज्यपाल के दफ्तर में ही रूके रहे थे और बैजल से मिलने के लिए समय मांग रहे थे। केजरीवाल और उनके कैबिनेट सहयोगी 11 जून से उपराज्यपाल के दफ्तर में धरना दे रहे हैं। उनकी मांग है कि बैजल अधिकारियों को ‘हड़ताल’ खत्म करने के निर्देश दें।

 

अधिकारियों ने उनके हड़ताल पर होने के दावे को खारिज किया और कहा कि वे ‘पूर्ण समर्पण और जोश’ से काम कर रहे हैं। दिल्ली सरकार ने बैजल से राशन की आपूर्ति घरों में करने वाली योजना को मंजूरी देने की मांग की थी। न्यायमूर्ति एस ए नजीर और न्यायमूर्ति इंदू मल्होत्रा की अवकाशकालीन पीठ ने कहा कि याचिका को सुनवाई के लिए ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद सूचीबद्ध किया जाएगा।

 

याचिकाकर्ता हरिनाथ राम की ओर से पेश अधिवक्ता शशांक सुधी ने याचिका पर तत्काल सुनवाई की मांग करते हुए कहा कि उपराज्यपाल कार्यालय में मुख्यमंत्री के असंवैधानिक और गैरकानूनी प्रदर्शन के कारण संवैधानिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि शहर में ‘आपात स्थिति’ जैसे हालात बने हुए हैं, जिसमें नागरिक गंभीर जल संकट से जूझ रहे हैं। सुधी ने कहा कि इन मुद्दों पर दिल्ली उच्च न्यायालय ने कल सुनवाई की थी। अब इस पर 22 जून को आगे सुनवाई होगी।

 

आईएएस एजीएमयूटी संगठन ने कहा कि नौकरशाहों की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित करने का मुख्यमंत्री का आश्वासन मिलने के बाद अधिकारी बैठक के लिए आधिकारिक संदेश मिलने का इंतजार कर रहे हैं। संगठन ने एक ट्वीट करके स्पष्ट किया कि मुख्यमंत्री से आश्वासन मिलने के बाद हम उनके साथ दिल्ली सचिवालय में बैठक के लिए आधिकारिक निमंत्रण मिलने का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में काम चल रहा और कोई हड़ताल नहीं है।

 

हालांकि सूत्रों ने बताया कि बैजल बैठक नहीं बुलाएंगे, क्योंकि उपराज्यपाल कार्यालय पहले ही आप सरकार से अधिकारियों के साथ बैठक करने और मुख्य सचिव अंशु प्रकाश के साथ फरवरी में कथित मारपीट के बाद से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने के लिए कह चुका है। मुख्यमंत्री ने ट्वीट किया, ‘हमने माननीय उपराज्यपाल को कल पत्र लिख कर सभी पक्षकारों की बैठक कराने की मांग की थी। हमें उनके जवाब का इंतजार है। माननीय उपराज्यपाल को माननीय प्रधानमंत्री की हरी झंडी का इंतजार, जिन्हें निर्णय लेना है। पूरी दिल्ली इंतजार कर रही है कि माननीय प्रधानमंत्री जल्द निर्णय लें।’

 

कल दिल्ली सरकार और आईएएस अधिकारियों ने गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत की इच्छा जताई थी। सिसोदिया ने बैजल को पत्र लिखकर मुद्दे को हल करने के लिए आप मंत्रियों और नौकरशाही के बीच बैठक बुलाने का आग्रह किया था। मुख्यमंत्री ने रविवार को अधिकारियों को आश्वासन दिया था कि वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे। इस बीच, एलएनजेपी अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक जे सी पासी ने कहा, ‘दोनों मंत्रियों को सुबह करीब 10 बजे छुट्टी दे दी गई। मूत्र में कीटोन का स्तर समेत उनके स्वास्थ मानक अब सामान्य हैं।’

 

स्वास्थ्य मंत्री जैन को तबीयत बिगड़ने पर रविवार रात अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मूत्र में कीटोन का स्तर तेजी से बढ़ने और रक्त में शर्करा का स्तर घटने के बाद सिसोदिया को कल दोपहर करीब तीन बजे एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया था। सिसोदिया ने आज सुबह ट्वीट किया कि वह तेजी से ठीक हो रहे हैं और आज से ही काम पर लौटने की कोशिश करेंगे।

 

उन्होंने आज ट्विटर पर लिखा, ‘सुप्रभात!! चिकित्सकों की देखरेख और आपके आशीर्वाद से मेरी सेहत में तेजी से सुधार हो रहा है। कल मेरा कीटोन स्तर 7.4 था और रक्तचाप 184/100 तक पहुंच गया था। इससे किडनी पर असर पड़ सकता था, लेकिन अब सबकुछ नियंत्रण में है। यदि चिकित्सक अनुमति देंगे तो मैं आज से ही काम पर लौट आऊंगा।’ ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने दावा किया कि आईएएस अधिकारी सरकार से बातचीत करने के लिए तैयार हैं, क्योंकि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वह उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करेंगे।

 

सिंह ने कहा, ‘आईएएस अधिकारी और सरकार दोनों गतिरोध खत्म करने के लिए बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन उप-राज्यपाल बैठक नहीं बुला रहे, जिससे हमारा आरोप साबित होता है कि वह नरेंद्र मोदी के इशारे पर काम कर रहे हैं।’ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह नवाज शरीफ (पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री) से मिल सकते हैं, लेकिन पिछले आठ दिनों से उपराज्यपाल दफ्तर में धरने पर बैठे एक निर्वाचित मुख्यमंत्री से नहीं मिल सकते।’

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