औरतों के ब्रेस्ट साइज को लेकर चौंकाने वाली रिपोर्ट, 15 हजार महिलाओं ने ऑपरेशन से छोटे करवाये स्तन, क्या है वजह?

By रेनू तिवारी | Mar 20, 2023

महिलाओं की शारीरिक बनावट ही उनकी सबसे बड़ी खूबसूरती मानी जाती है। महिला के शरीर में उनके ब्रेस्ट का साइज भी काफी मेटर करता हैं। कई बार बढ़ते वजन के कारण और हार्मोनिक कारणों से ब्रेस्ट का साइज भी काफी बढ़ जाता है। ऐसे में महिलाओं को बॉडी शेमिंग का भी सामना करना पड़ता है। डाइटिंग और एक्सरसाइज करके शरीर को तो टोन किया जा सकता है लेकिन ब्रेस्ट का साइज कम करना काफी मुश्किल हो जाता हैं। वहीं कुछ महिलाओं के केस ऐसे भी होते है जहां ब्रेस्ट का साइज इतना कम होता है कि उनके माहिला होने पर भी सवाल खड़ा हो जाता है। ऐसे में बदलते जमाने के साथ ब्रेस्ट इम्प्लांट्स पर बहुत ध्यान दिया जाता है। टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी ताजा रिपोर्ट में एक खुलासा हुआ है कि साल 2021 में भारत में 15,000 महिलाओं के ब्रेस्ट रिडक्शन ऑपरेशन हुए है। यह आंकड़ा काफी चौकाने वाला हैं क्योंकि आखिर क्यों महिलाओं की ब्रेस्ट का साइज इतना बढ़ गया कि उन्हें अपनी ब्रेस्ट को कम करने के लिए सर्जरी करवानी पड़ी। आखिर इसके पीछे के क्या कारण है।


भारतीय महिलाओं की बढ़ती संख्या गंभीर शारीरिक और मनोवैज्ञानिक समस्याओं के कारण अपने भारी स्तनों को कम करने के लिए सर्जरी कराने के लिए मजबूर होती है। एक कॉरपोरेट वकील 31 वर्षीय पूजा (बदला हुआ नाम) ने दिसंबर 2022 में अपनी 15 साल पुरानी इच्छा पूरी की जब उन्होंने एक रिडक्शन सर्जरी करवाई। अपने केस के बारे में बात करते हुए पूजा ने इस समस्या के बारे में बात कि और कहा कि इसकी वजह से मेरे अंदर आत्मविश्वास की कमी थी। मैं पूल में तभी तैरने के लिए जाती थी जब पूल में कोई नहीं होता था क्योंकि मुझे मेरे ब्रेस्ट के साइज के कारण शर्मिंदगी मेहसूस होती थी। लोग मुझे घूरते थे। हम आपको बता दे इस तरह की समस्या का सामना करने वाली केवल अकेली पूजा नहीं है बल्कि 2021 में, भारत भर में लगभग 15,000 महिलाओं ने अपने स्तनों से वसा और ग्रंथियों के ऊतकों को हटाने का विकल्प चुना। यानी कि  ब्रेस्ट रिडक्शन ऑपरेशन करवाये। उधर 31,608 महिलाओं ने ब्रेस्ट इंप्लांट से अपने छोटे स्तनों के साइज को और बढ़ाया है। वहीं 11,520 महिलाओं ने ब्रेस्ट लिफ्ट सर्जरी से अपने ढीले ब्रेस्ट को आकर्षक शेप दी है।

 

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नानावटी अस्पताल जुहू से जुड़ी प्लास्टिक सर्जन डॉ. देवयानी बर्वे ने कहा, पिछले पांच सालों में मैंने अपने अभ्यास में ब्रेस्ट लिफ्ट और स्तनों को छोटा करने की सर्जरी की तुलना में दोगुनी सर्जरी की है। माहिम के हिंदुजा अस्पताल के प्लास्टिक सर्जन डॉ अनिल टिब्रेवाला ने पिछले तीन सालों में ब्रेस्ट रिडक्शन सर्जरी और ब्रेस्ट लिफ्ट की मांग में वृद्धि देखी है। वह इसके लिए दो कारकों को जिम्मेदार ठहराते हैं: “भारत में स्तनों का औसत आकार फ्रांस की तुलना में बड़ा है और आज के युवा जल्दी ही अपना मन बना लेते हैं, इसलिए अगर कोई 17 साल की लड़की शारीरिक परेशानी के कारण अपने स्तनों का आकार कम करना चाहती है, तो उसके माता-पिता बेहद सहायक होते हैं।

 

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उन्होंने कहा भारतीय प्रवृत्ति वैश्विक से काफी अलग है, जहां इंटरनेशनल सोसाइटी ऑफ एस्थेटिक प्लास्टिक सर्जरी के अनुसार, 16.2 लाख महिलाओं ने स्तन वृद्धि का विकल्प चुना, जबकि कमी के लिए 4.3 लाख महिलाओं ने। दुनिया भर में अन्य 6 लाख महिलाओं ने लिफ्ट का विकल्प चुना। डॉ बर्वे ने कहा, कमी अक्सर कुछ भारतीय महिलाओं के लिए एक आवश्यकता होती है, खासतौर पर जिनके स्तन का आकार उनके शरीर के बाकी हिस्सों के अनुपात में नहीं होता है। भारतीय महिलाओं के स्तन भारी और रेशेदार होते हैं। मेरे कुछ रोगियों को जी, एच और उससे आगे के आकार के कप पहनने की जरूरत है। उसने कहा ये महिलाएं आगे की और झुक जाती हैं और इसके कारण पीठ के निचले हिस्से में दर्द होने लगता है। डॉ बर्वे ने कहा, कई लोगों को अपनी ब्रा का पट्टा इतना कस कर खींचना पड़ता है कि उनमें गहरे रंग की रेखाएं और छाले हो जाते हैं।


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