राम मंदिर निर्माण के लिए निधि संग्रह अभियान में पारदर्शिता होनी चाहिए: कुमारस्वामी

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 17, 2021

बेंगलुरु। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा नहीं देने वालों के घरों को चिह्नित करने का आरोप लगाने के कुछ दिन बाद कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री एच डी कुमारस्वामी ने बुधवार को कहा कि वह मंदिर के निर्माण के विरोध में नहीं है लेकिन कोष जुटाने में अधिक पारदर्शिता होनी चाहिए। उन्होंने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार की ज़िम्मेदारी है कि वह यह जांच करे कि राम मंदिर के लिए धन कौन एकत्र कर रहा है।

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उन्होंने कहा, ‘‘मैं न तो राम मंदिर के विरोध में हूं और न ही मैं किसी संगठन या राम मंदिर के लिए धन संग्रह के बारे में कुछ बुरा बोल रहा हूं। यहां तक कि मेरी पार्टी के सदस्यों ने भी पैसे दिए हैं, लेकिन मैं जानना चाहता हूं कि किन्हें पैसे इकट्ठा करने के लिए अधिकृत किया गया है ? उनकी पृष्ठभूमि क्या है? उन्हें लाइसेंस किसने दिया।’’ उन्होंने कहा कि उनकी आपत्ति केवल मंदिर निर्माण के लिए धन संग्रह में पारदर्शिता नहीं होने और राम के नाम पर धन की ‘‘लूट और दुरुपयोग’’ को लेकर है।

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कुमारस्वामी ने सोमवार को आरएसएस पर आरोप लगाया था कि वह अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की खातिर चंदा देने वाले और नहीं देने वाले लोगों के घर पर अलग-अलग निशान लगा रहा है और आरोप लगाया था कि यह वैसा ही है जैसा नाजियों ने जर्मनी में किया था। आरएसएस ने आरोपों से इंकार करते हुए कहा था कि इनका जवाब देना भी उचित नहीं है। मंदिर के निर्माण के लिए चंदा एकत्र कर रहे संगठनों में शामिल विश्व हिंदू परिषद ने इन आरोपों के लिए कुमारस्वामी की निंदा की। जद (एस) नेता ने कहा कि चंदा ऑनलाइन माध्यम से एकत्र किया जा सकता है। उन्होंने पूछा, ‘‘हमने बहुत से जन धन खाते खोले हैं, फिर हम ऑनलाइन पैसा क्यों नहीं एकत्र कर सकते हैं? क्यों सड़क पर इकट्ठा करते हैं और घरों को चिह्नित करते हैं।’’

उन्होंने आरोप लगाया कि किसी ने भी देशभर से राम मंदिर के लिए 1990 में एकत्रित धन का कोई हिसाब नहीं दिया। कुमारस्वामी ने कहा कि वह एक ऐसे परिवार से आते हैं जिसका भगवान में विश्वास है, लेकिन उसने कभी भी भगवान के नाम का गलत इस्तेमाल नहीं किया। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमारी 130 करोड़ लोगों के प्रति प्रतिबद्धता है लेकिन हम समाज को तोड़ने में विश्वास नहीं करते हैं।’’ कर्नाटक में विहिप के संगठन सचिव बसवाराज ने आरएसएस के खिलाफ कुमारस्वामी के पूर्व के बयान की मंगलवार को निंदा की थी।

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