By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jan 10, 2019
नयी दिल्ली। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने बुधवार को ईरान के विदेश मंत्री जवाद जरीफ के साथ अहम द्विपक्षीय तथा क्षेत्रीय मुद्दों पर बातचीत की जिनमें अफगानिस्तान में शांति तथा सुलह प्रक्रिया तथा चाबहार बंदरगाह परियोजना का कार्यान्वयन भी शामिल है। जरीफ ने रायसीना डायलॉग से इतर कहा कि अमेरिका के परमाणु समझौते से हट जाने के बाद ईरान भारत, रुस और चीन जैसे अपने पारंपरिक साझेदारों के साथ मिलकर आगे बढ़ने के बारे में काम कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने बताया कि दोनों मंत्रियों ने अहम द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की तथा क्षेत्रीय स्थिति पर दृष्टिकोण भी साझा किया। समझा जाता है कि इस मुलाकात के दौरान भारत को ईरान से कच्चे तेल के आयात, चाबहार बंदरगाह परियोजना के कार्यान्वयन तथा अफगानिस्तान में स्थिति पर भी चर्चा हुई।सूत्रों ने कहा कि ईरानी परमाणु समझौते से अमेरिका के हट जाने से उत्पन्न स्थिति पर भी चर्चा हुई।
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गौरतलब है कि ईरान खाड़ी क्षेत्र में भारत के लिए रणनीतिक महत्व वाला देश है और दोनों देशों के बीच संबंध पिछले कुछ वर्षों से काफी प्रगति पर हैं। गत नवंबर में अमेरिका ने कई अन्य देशों के साथ ही भारत को भी ईरान से तेल के आयात पर लगी पाबंदी से अस्थायी छूट दी थी। इराक और सऊदी अरब के बाद ईरान भारत का तीसरा सबसे बड़ा तेल आपूर्तिकर्ता है।भारत ईरान में चाबहार बंदरगाह के विकास में सक्रिय साझेदार भी है।