By अंकित सिंह | Aug 14, 2023
छत्तीसगढ़ में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर वार- पलटवार की राजनीतिक जबरदस्त तरीके से चल रही है। सत्ता में कांग्रेस है। यही कारण है कि भाजपा कांग्रेस पर जबरदस्त तरीके से निशाना साथ रही है। भूपेश बघेल की सरकार के खिलाफ कांग्रेस ने कमीशन खोरी को बड़ा मुद्दा बनाया है। इसी को लेकर अब भूपेश बघेल की ओर से पलटवार किया गया है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि अरुण साव (छत्तीसगढ़ भाजपा अध्यक्ष) ने सही कहा है क्योंकि रमन सिंह (पूर्व सीएम) ने खुद स्वीकार किया है कि अगर कोई एक साल के लिए 'कमीशनखोरी' बंद कर दे, तो वह 30 साल तक शासन कर सकता है। उन्होंने 'कमीशनखोरी' बंद नहीं की और इसलिए सरकार खो दी।
अपना हमला करते हुए कहा कि 15 साल तक शासन करने वाली सरकार ने केवल 15 सीटें हासिल कीं। अरुण साव को सबसे पहले खुद से शुरुआत करनी चाहिए, क्योंकि वह 'कमीशनखोर' हैं। उन्होंने कहा कि हमें बुलडोजर चलाने में भरोसा नहीं है, हमें कानून पर भरोसा है और कानून छत्तीसगढ़ में शासन कर रहा है और हम कार्यवाही में इसका पालन करेंगे। यह नफरत और हिंसा की राजनीति है। चुनाव से पहले जेसीसी-जे के पूर्व विधायक धर्मजीत सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने कहा टिकट की गारंटी मिलने के कारण उन्होंने पार्टी छोड़ी है। क्या वे बता सकते हैं कि वे कहां से चुनाव लड़ेंगे... उन्हें लगा कि वह चुनाव नहीं जीत सकते, इसलिए उन्होंने छोड़ दिया। ऐसा सुना गया है कि वह लोरमी से चुनाव नहीं लड़ेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने रविवार को भरोसा जताया कि उनकी पार्टी इस साल के अंत में होने वाले छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में एक बार फिर जीत हासिल करेगी और लोगों से संविधान एवं लोकतंत्र को बचाने के लिए आगामी लोकसभा चुनाव में पार्टी को समर्थन करने का आग्रह किया। खरगे यहां राज्य की कांग्रेस सरकार द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम ‘‘भरोसे का सम्मेलन’’ में बोल रहे थे। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और सत्ता पक्ष के नेता मौजूद थे। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘‘भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाला केंद्र लोगों को तबाह करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन लोगों को सतर्क रहना चाहिए और अगले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को सत्ता में लाना चाहिए। हम छत्तीसगढ़ (विधानसभा चुनाव) में पार्टी की जीत के प्रति आश्वस्त हैं।