By अभिनय आकाश | Aug 30, 2025
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही पाकिस्तान के सुर बदले बदले नजर आ रहे हैं। कभी पाकिस्तान की तरफ से भारत को गीदड़भभकी दी जाती है तो कभी दूसरी तरफ मध्यस्थता और बैठकर बात करने की बात की जाती है। हाल ही के दिनों में पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक बयान दिया है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वो भारत के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। ये सभी को पता है कि जिस तरीके से ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान को मुंह की खानी पड़ी थी। पाकिस्तान बैकफुट पर है। पाकिस्तान समझ चुका है कि आप कुछ करोगे तो वो चुपचाप बैठेगा। ये बदला हुआ भारत है। जैसा आप करोगे वैसे ही आपको जवाब मिलेगा। इसके बाद से कई मौकोंपर पाकिस्तान के कई बड़े नेता बातचीत करने का राग छेड़ते नजर आए हैं।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ मंच भरे मंच पर ये कहते नजर आए हैं कि हम भारत के साथ बातचीत करने के लिए तैयार हैं। लेकिन पाकिस्तान पर भारत ने जब जब ऐतबार किया है, उसे बदले में धोखा ही दिया है। पाकिस्तान के साथ संबंध सुधारने की कूटनीति बार-बार विफल होने का बड़ा कारण यह है कि पाकिस्तान की सेना वहां की सरकार चलाती है और उसके साथ हैं मौलवी-मुल्ला। पाकिस्तान की नागरिक सरकार के हाथ में बहुत कुछ है नहीं। पाक जनता भले भारत से अच्छे रिश्ते रखना चाहे, लेकिन पाक सेना और उसकी शह वाले दहशतगर्द भारत-पाक रिश्तों के लिए हमेशा अड़चन बने रहेंगे।
जिन्ना- माउंटबेटन वार्ता (1947) : पाकिस्तान के गवर्नर जनरल मुहम्मद अली जिन्ना और भारत के गवर्नर जनरल लुइस माउंटबेटन के बीच कश्मीर मसले पर नवंबर, 1947 में वार्ता।
कराची समझौता (1949) : दोनों देशों के सैन्य नेतृत्व के बीच 27 जुलाई, 1949 को सीजफायर समझौता।
लियाकत-नेहरू समझौता (1950) : लियाकत-नेहरू पैक्ट या दिल्ली पैक्ट के तहत दोनों देशों के बीच शरणार्थी, संपत्ति, अल्पसंख्यकों के अधिकार के मुद्दों पर समझौता।
सिंधु जल-संधि (1960) : सिंधु और उसकी अन्य सहायक नदियों के जल बंटवारों को लेकर 19 सितंबर, 1960 को समझौता।
ताशकंद समझौता (1966) : 1965 में भारत-पाक युद्ध के बाद दोनों देशों के बीच 10 जनवरी, 1966 को शांति समझौता.
शिमला समझौता (1972) : 1971 में हुए बांग्लादेश मुक्ति युद्ध के बाद विवादों खत्म करने के लिए शिमला में 2 जुलाई, 1972 को दोनों देश सहमत हो गये थे।
दिल्ली समझौता (1973) : 28 अगस्त, 1973 को हुआ यह तीन देशों भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच समझौता था।
इसलामाबाद समझौता (1988) : नॉन-न्यूक्लियर एग्रीमेंट के नाम से भारतीय प्रधानमंत्री राजीव गांधी और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बीच 21 दिसंबर, 1988 को समझौता हुआ था।