तेजस एक्सप्रेस: देश की पहली प्राइवेट ट्रेन जिसके लेट होने पर मिलेगा मुआवजा

By अंकित सिंह | Aug 26, 2019

अब जल्द ही नई दिल्ली-लखनऊ रुट पर आपको देश की पहली प्राइवेट ट्रेन में सफर करने का आनंद मिलेगा। जी हां...हम बात तेजस एक्सप्रेस की कर रहे हैं। नई दिल्ली-लखनऊ रुट पर तेजस ऐसी पहली ट्रेन होगी जिसमें परिचालन, सिग्नल और पार्सल बुकिंग का अधिकार रेलवे के पास होगा और बाकी सारा काम IRCTC के अधीन होगा यानि कि रेल टूरिज्म एंड कैटरिंग कॉरपोरेशन के पास। आपको बता दें कि लगातार देश में रेलवे के निजीकरण होने के छिड़ी बहस के बीच भारतीय रेलवे ने अपनी दो तेजस एक्सप्रेस ट्रेनों का संचालन IRCTC के जरिए कराने का फैसला किया है। एक दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस होगी जबकि दूसरी अहमदाबाद से मुंबई सेंट्रल रूट पर चलने चलेगी। पीयूष गोयल के नेतृत्व वाली भारतीय रेलवे ने अपनी 100-दिवसीय कार्ययोजना के तहत इस कदम को अंतिम रूप दिया है।

इसे भी पढ़ें: क्या सचमुच बंद हो गया है ‘ट्रेन 18’ का निर्माण कार्य: संजय राउत

काफी विवादों के बाद रेलवे ने यह फैसला किया है। इसके साथ ही नई दिल्ली-लखनऊ रुट की तेजस एक्सप्रेस टाइम-टेबल भी जारी कर दिया गया है। जानकारी के मुताबिक तेजस एक्सप्रेस लखनऊ से सुबह 6.10 बजे रवाना होगी और नई दिल्ली रेलवे स्टेशन 12.25 मिनट पर पहुंचेगी। जबकि यह ट्रेन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से शाम 4.30 चल कर रात 10.45 बजे लखनऊ पहुंचेगी। तेजस एक्सप्रेस का गाजियाबाद में भी ठहराव होगा। यह ट्रेन सितंबर के आखिरी हफ्ते तक चलाई जानी है। दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस शताब्दी एक्सप्रेस श्रेणी की ट्रेनों का प्रीमियम संस्करण है। इस ट्रेन की कोचें वातानुकूलित चेयर कार वाली हैं जिनमें आरामदायक सीटें, व्यक्तिगत रीडिंग लाइट, अटेंडेंट कॉल बटन, एलसीडी मनोरंजन स्क्रीन, स्लाइडिंग दरवाजे, स्वचालित प्रवेश / निकास द्वार, मॉड्यूलर बायो-शौचालय आदि की शानदार व्यवस्था है। 

इसे भी पढ़ें: नशे में टल्ली और खून से लथपथ हुई परिणीति चोपड़ा! आखिर हुआ क्या?

सूत्रों कि माने तो इस ट्रेन की सबसे खास बात यह है कि अगर इस ट्रेन के सफर में एक घंटे से अधिक की देरी होती है तो यात्रियों को इसकी क्षतिपूर्ति की जाएगी। IRCTC इस संभावना पर भी काम कर रही है। एक अधिकारी ने बताया कि ट्रेन की देरी होने की सुरत में यात्रियों को कुछ मुआवजा दिया जा सकता है। यह मुआवजा कुछ क्रेडिट के रूप में उनके ई-वॉलेट या भविष्य की यात्रा आदि के लिए रियायत के रूप में हो सकता है। IRCTC दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस में अतिरिक्त भोजन देने की भी योजना बना रहा है। इसके अतिरिक्त, दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस में चाय और कॉफी की वेंडिंग मशीनें भी होंगी जिससे यात्री जरूरत के अनुसार पेय पदार्थों की मांग कर सकते हैं। IRCTC ट्रेन में शौचालयों की संख्या को कम करने की भी योजना बना रहा है। इसके पीछे यह कहा जा रहा है कि हवाई जहाज में लगभग 190 यात्रियों के लिए तीन शौचालय हैं, जबकि ट्रेन के एक कोच में आमतौर पर 72 सीटें होती हैं। अत: एक कोच में दो ही शौचालय की व्यवस्था हो सकती है। 

इसे भी पढ़ें: कश्मीर के वर्तमान हालात से वैष्णो देवी की यात्रा भी है प्रभावित

आईआरसीटीसी तेजस एक्सप्रेस के लिए डायनेमिक आधार पर किराए का निर्धारण कर सकती है जो वर्तमान में भारतीय रेलवे के कई प्रीमियम संस्करण वाले ट्रेनों में है जिसमें वंदे भारत, शताब्दी, राजधानी और हमसफर जैसी ट्रेनें शामिल हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि तेजस एक्सप्रेस का किराया शताब्दी ट्रेनों की किराए के आसपास ही होगा। हालांकि अभी तक इसका खुलासा नहीं हो पाया है। इस ट्रेन में केवल कन्फर्म टिकट ही जारी होंगे। IRCTC सिर्फ इसके संचालन से ही नहीं, बल्कि कोचों पर विज्ञापन से भी कमाई करना चाहते हैं। यही कारण है कि कोचों की बाहरी और आंतरिक सजावट भी पर्यटन के थीम पर की जाएगी।

 

प्रमुख खबरें

550 अरब रुपये का बकाया, पाई पाई वसूलने की शुरू हुई कार्रवाई, जिनपिंग ने शहबाज को दिया अल्टीमेटम

मुसलमानों के लिए बरकरार रखेंगे 4% आरक्षण, Andhra Pradesh में BJP की सहयोगी TDP का बड़ा ऐलान

Jammu Kashmir: आतंकवादी संगठन से जुड़ने जा रहा था युवक, पुलिस ने मौके पर ही धड़ दोबाचा

पक्षपातपूर्ण और राजनीतिक एजेंडा, अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर अमेरिकी आयोग की रिपोर्ट को भारत ने किया खारिज