By रेनू तिवारी | Jul 15, 2025
टेस्ला आखिरकार मुंबई में अपने पहले शोरूम के उद्घाटन के साथ भारत में आ गई है। शहर के मध्य, बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (BKC) में स्थित, 4,000 वर्ग फुट का यह शोरूम इस इलेक्ट्रिक वाहन दिग्गज के भारतीय बाजार में लंबे समय से प्रतीक्षित प्रवेश का प्रतीक है।
टेस्ला ने भारत में अपने पहले शोरूम, जिसे "एक्सपीरियंस सेंटर" कहा जाता है, के उद्घाटन के साथ औपचारिक रूप से अपना परिचालन शुरू कर दिया है। यह मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में स्थित एक प्रमुख व्यावसायिक केंद्र है। यह कदम इलेक्ट्रिक वाहन क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी के दुनिया के तीसरे सबसे बड़े कार बाजार में लंबे समय से प्रतीक्षित प्रवेश का प्रतीक है, हालाँकि यह उस विनिर्माण निवेश के बिना हो रहा है जिसकी भारत को लंबे समय से उम्मीद थी।
4,000 वर्ग फुट का यह स्थान एक उत्पादन केंद्र के बजाय एक खुदरा और प्रदर्शन केंद्र के रूप में कार्य करता है। टेस्ला ने देश में तीन अन्य व्यावसायिक संपत्तियाँ भी हासिल की हैं: बेंगलुरु में एक पंजीकृत कार्यालय, पुणे में एक इंजीनियरिंग केंद्र और बीकेसी के पास एक अस्थायी प्रशासनिक कार्यालय।
भारत सरकार द्वारा वर्षों से की जा रही पैरवी और टेस्ला को स्थानीय विनिर्माण के लिए आकर्षित करने हेतु नीतिगत बदलावों के बावजूद, कंपनी ने संकेत दिया है कि फिलहाल उसकी भारत में वाहन बनाने की कोई योजना नहीं है। इसके बजाय, उसने बिक्री शुरू करने के लिए भारत के भारी आयात शुल्क—लगभग 70%—का सामना करते हुए, सीमित संख्या में वाहनों और सहायक उपकरणों का आयात करने का विकल्प चुना है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस मौके पर कहा कि महाराष्ट्र चाहता है कि टेस्ला, भारत में अपने अनुसंधान एवं विकास तथा विनिर्माण संयंत्र स्थापित करे।
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘ हम चाहते हैं कि अनुसंधान, विकास और विनिर्माण भारत में ही हो। मुझे यकीन है कि टेस्ला उचित समय पर इस बारे में सोचेगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ अपनी इस यात्रा में महाराष्ट्र को एक भागीदार मानें।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में अपना पहला केंद्र खोलने का टेस्ला का फैसला शहर और राज्य उसके विश्वास को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर का उद्घाटन इस बात का प्रमाण है कि टेस्ला सही शहर और सही राज्य (यानी मुंबई और महाराष्ट्र) में आ गई है।’’ फडणवीस ने कहा कि मुंबई न केवल भारत की वित्तीय, वाणिज्यिक और मनोरंजन राजधानी है, बल्कि एक उद्यमशीलता केंद्र भी है।
टेस्ला इंडिया ने मुंबई के लोढ़ा लॉजिस्टिक्स पार्क में 24,565 वर्ग फुट का ‘वेयरहाउसिंग स्पेस’ पांच साल की अवधि के लिए पिछले महीने पट्ट पर लिया था। केंद्रीय भारी उद्योग मंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने जून में कहा था कि इलेक्ट्रिक कार विनिर्माता कंपनी भारत में कारों के निर्माण में रुचि नहीं रखती, बल्कि देश में शोरूम स्थापित करने की इच्छुक है। ‘टेस्ला एक्सपीरियंस सेंटर’, टेस्ला की गाड़ियों और उनकी प्रौद्योगिकी को ग्राहकों तक पहुंचाने का एक खास तरीका है। ये पारंपरिक ‘कार शोरूम’ से हटकर होते हैं और ग्राहकों को टेस्ला के उत्पादों एवं नवाचारों का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान करने पर केंद्रित होते हैं।