By निधि अविनाश | Mar 05, 2022
चांद की सतह से लावारिस रॉकेट का करीब 3 टन का हिस्सा टकराया है। इसका दावा वैज्ञानिको ने किया है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, रॉकेट का यह टूकड़ा चांद की सतह पर 9300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गिरा है। भारतीय समयानुसार शुक्रवार शाम करीब 6 बजे के आस-पास चांद से टकराने की संभावना थी। बताया जा रहा है कि, चांद के जिस सतह से रॉकेट का टुकड़ा टकराया है वहां घरती की दूरबीनों तक की नजर नहीं पहुंचती है।वैज्ञानिकों का मानना है कि, सैटेलाइट के चित्रों की मदद से इस टक्कर की पुष्टि करने में कई हफ्ते या महीने तक भी लग सकते हैं।
वैज्ञानिकों का दावा है कि, रॉकेट का यह कचरा एलन मस्क की स्पेसएक्स फर्म से संबधित हो सकता है वहीं यह भी दावा लगया जा रहा है कि, यह हिस्सा चीनी रॉकेट का भी हो सकता है। हालांकि, चीन ने इससे इनकार कर दिया है। बता दें कि, रॉकेट का हिस्सा चांद के सतह से टकराने से मामूली प्रभाव होगा। वैज्ञानिकों का कहना है कि, तीन टन वजन वाले इस रॉकेट के कचरे के चांद की सतह से टकराने से बड़ा गड्ढा हो सकता है। यह गड्ढा इतना बड़ा है कि इसमें ट्रैक्टर जितने बड़े कई वाहन समा जाएं। लावारिस रॉकेट के इस हिस्से को चांद की ओर बढ़ते पहली बार मार्च 2015 में पृथ्वी से देखा गया था।