By अंकित सिंह | Mar 05, 2022
अफगानिस्तान में तालिबान सरकार के गठन के बाद से कई नाम लगातार सुर्खियों में रहे। उन्हीं में से एक नाम आतंकवादी सिराजुद्दीन हक्कानी का भी है। सिराजुद्दीन हक्कानी गुप्त नेताओं में से है जिस पर अमेरिका ने एक करोड़ का इनाम भी रखा है। सिराजुद्दीन हक्कानी अमेरिका के मोस्ट वांटेड की लिस्ट में शामिल है। सिराजुद्दीन हक्कानी को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई का भी आदमी माना जाता है। अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वह पहली बार कैमरे के सामने आया है। अफगानिस्तान में एक पुलिस कार्यक्रम हुआ था जिसमें सिराजुद्दीन हक्कानी भी दिखाई दे रहा है। इसी कार्यक्रम में पाकिस्तानी राजदूत के अभिवादन करने पर भी सिराजुद्दीन हक्कानी ने उन्हें भाव नहीं दिया।
जाहिर सी बात है इससे पाकिस्तान की घोर बेज्जती हुई होगी। हक्कानी इससे पहले भी कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल जरूर होता रहा है लेकिन उसकी तस्वीर पहली बार आई है। इस कार्यक्रम का वीडियो और फोटो दोनों ही जारी हुआ है। इसी कार्यक्रम में पाकिस्तानी राजदूत ने हक्कानी का अभिवादन किया लेकिन उसे भाव नहीं दिया गया। माना जा रहा है कि वर्तमान में पाकिस्तान और तालिबान के बीच में चल रहे तनाव की वजह से यह तल्खी देखने को मिली है। आपको बता दें कि सिराजुद्दीन आतंकी संगठन हक्कानी नेटवर्क का सरगना है। हक्कानी तालिबान के एक शक्तिशाली समूह का मुखिया भी है जिसने 20 वर्षों में सबसे ज्यादा हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया है।
दावा किया जाता है कि हक्कानी नेटवर्क के लड़ाके अपने आप में सबसे ज्यादा हिंसक और लालची होते हैं। सत्ता पाने के बाद में और भी अधिक खूंखार हो चुके हैं। बताया जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनों में सिराजुद्दीन हक्कानी खुद तालिबान का सर्वे सर्वा बन सकता है। अमेरिका डेढ़ दशक से भी ज्यादा वक्त से हक्कानी का पीछा कर रहा है। दुनिया के पास अभी भी सिराजुद्दीन हक्कानी की पूरी तस्वीर नहीं है। तालिबान में हक्कानी सरकार के गठन के बाद भी सिराजुद्दीन को मीडिया से दूर रखने का भरपूर प्रयास किया गया है।