By अभिनय आकाश | Jan 03, 2022
चीन पैंगोंग लेक पर एक पुल के निर्माण किए जाने की खबर सामने आई है, जिससे वो भारतीय ऑपरेशन को दक्षिण की तरफ से रोक पाए। चीन इस पुल का निर्माण अपनी तरफ की जमीन में कर रहा है। द प्रिंट और एनडीटीवी की रिपोर्ट में रक्षा सूत्रों के हवाले से दावा किया गया है कि चीन के द्वारा पुल का निर्माण भविष्य में भारतीय सेना के अगस्त 2020 जैसे किसी भी ऑपरेशन का मुकाबला करने के लिए किया जा रहा है। बता दें कि भारतीय सेना ने एक स्पेशल ऑपरेशन को अंजाम करने हुए 29-30 अगस्त की दरमियानी रात को पैंगोंग त्सो दक्षिणी किनारे की ऊंचाईयों पर कब्जा कर लिया था।
मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि निर्माणाधीन पुल खुर्नक से दक्षिणी तट के बीच 180 किमी की दूरी को खत्म कर देगा। इसका मतलब है कि खुर्नक से रुडोक तक का रास्ता पहले करीब 200 किमी की तुलना में अब सिर्फ 40-50 किमी का होगा। 135 किलोमीटर लंबी पैंगोंग त्सो झील जो आंशिक रूप से लद्दाख क्षेत्र में और कुछ इसका कुछ हिस्सा तिब्बत में है। मई 2020 में भारत और चीन के बीच तनाव यही हुई थी। वैसे प्रभासाक्षी इस तरह के किसी भी खबर कि पुष्टि नहीं करता है और ये पूरी तरह से मीडिया रिपोर्ट पर आधारित दावे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पीएलए ने पुल से आने-जाने के लिए सड़क बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है और झील के ऊपर पुल बन जाने से चीनी सैनिकों और रसद सामग्री की तेजी से वहां पहुंचने का एक नया मार्ग खुल जाएगा। मीडिया रिपोर्ट में जियो इंटेलीजेंस एक्सपर्च डेमियन सिमोन की सैटेलाइट तस्वीरों के हवाले से बताया गया है कि चीन संभवत: पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील पर एक पुल का निर्माण कर रहा है। सिमोन के ट्विट से भी ये संकेत मिलते हैं कि पुल झील के संकरे रास्ते पर लगभग पूरी तरह बनकर तैयार है।