प्रधानमंत्री के पहल से कांग्रेस की चुनावी संभावना धूमिल हो गयी है: अमित शाह

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 04, 2019

पुरी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को दावा किया कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अहसास कर लिया कि अंतरिम बजट में किसान आय समर्थन पहल की घोषणा से उनकी पार्टी आगामी चुनाव में हार की ओर बढ़ रही है। उन्होंने अपनी पार्टी को आदिवासियों की पैरोकार पेश करने की भी कोशिश करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार ने उनके कल्याण के लिए बजटीय आवंटन कांग्रेस की अगुवाई वाले संप्रग शासन के समय के 30,700 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 50,000 करोड़ रुपये कर दिया।

 

शाह ने भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कांग्रेस पर करारा प्रहार किया और उसे ‘आदिवासी विरोधी, किसान विरोधी, मछुआरा विरोधी और दलित विरोधी’ बताया। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पहल से किसानों के लिए दस साल में 7.5 लाख करोड़ रुपये दिये जाएंगे जो संप्रग शासन के दौरान किये गये 57,000 करोड़ रुपये की कृषि रिणमाफी से बहुत ज्यादा है।


यह भी पढ़ें: राहुल गांधी ने ममता बनर्जी के प्रति व्यक्त किया समर्थ

 

उन्होंने कहा, ‘‘जब संसद के सभी सदस्य मेज थपथपा कर प्रधानमंत्री की किसान संबंधी घोषणा का स्वागत कर रहे थे तब राहुल गांधी बहुत ही उदास नजर आ रहे थे। शायद उन्होंने महसूस किया कि इस किसान सहायता घोषणा से उनकी पार्टी की जीत की संभावना समाप्त हो गयी।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष खुशी का कुछ संकेत तो दिखा ही सकते थे क्योंकि इस उपाय से बड़ी संख्या में गरीब किसान लाभान्वित होने जा रहे हैं। परेशान किसानों को आम चुनाव से पहले आकर्षित करने के लिए केंद्र ने दो हेक्टयर तक की कृषि योग्य जमीन वाले कृषकों के लिए हर साल 6000 रुपये की प्रत्यक्ष आय सहायता की घोषणा की है। केंद्र ने कहा कि इससे 12 करोड़ किसान लाभान्वित होंगे और सरकारी खजाने पर सलाना 75000करोड़ रुपये का खर्च आएगा।

 

प्रमुख खबरें

KKR vs DC IPL 2024: सॉल्ट और चक्रवर्ती के तूफान में उड़ी दिल्ली, कोलकाता की शानदार जीत

कनाडा और उड़ानों, वायु मार्गों को जोड़ने के लिए भारत के साथ काम कर रहा : PM Trudeau

भीषण गर्मी के बीच Jharkhand सरकार ने 8वीं तक की कक्षाएं निलंबित कीं

Ola Mobility के CEO हेमंत बख्शी का इस्तीफा, 10-15 प्रतिशत कर्मचारियों की हो सकती छंटनी