By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 06, 2018
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज कहा कि जो लोग अनुच्छेद 35 ए की हिमायत में सड़कों पर उतरे हैं वे एक तरह से यह मान रहे हैं कि राज्य का भविष्य भारत के संविधान पर निर्भर करता है। गौरतलब है कि उच्चतम न्यायालय में कई याचिकाएं दायर कर अनुच्छेद 35ए की संवैधानिक वैधता को चुनौती दी गई है जो जम्मू कश्मीर के स्थायी निवासियों को विशेष दर्जा देता है।
उमर ने टि्वटर पर कहा, ‘‘अनुच्छेद 35ए की हिमायत करना एक तरह से यह मानना है कि जम्मू कश्मीर का भविष्य भारत के संविधान पर निर्भर करता है अन्यथा इसे हटा दिया जाता या कमजोर कर दिया जाता तो यह कैसे मायने रखता।’’ नेशनल कांफ्रेंस के नेता अलगाववादी समूहों की हड़ताल का जिक्र कर रहे थे जिन्होंने उच्चतम न्यायालय में कानूनी चुनौती के खिलाफ दो दिन के बंद का आह्वान किया है।