गुजरात में नौवीं कक्षा की परीक्षा में पूछा गया प्रश्न, गांधीजी ने आत्महत्या कैसे की?

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 14, 2019

अहमदाबाद। गुजरात में नौंवीं कक्षा की आंतरिक परीक्षा में यह चौंकाने वाला प्रश्न पूछा गया है कि ‘गांधीजी ने आत्महत्या कैसे की?’ परीक्षा में यह अटपटा प्रश्न पूछे जाने का मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने इसकी जांच शूरू कर दी है। साथ ही, इसके अलावा 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों से पूछे गए एक और प्रश्न ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को हैरान कर दिया है। इस प्रश्न में कहा गया है- ‘‘अपने इलाके में शराब की बिक्री बढ़ने एवं शराब तस्करों द्वारा पैदा की जाने वाली परेशानियों के बारे में शिकायत करते हुए जिला पुलिस प्रमुख को एक पत्र लिखें।’’

इसे भी पढ़ें: भारत खुले में शौच से मुक्त, PM मोदी बोले- बढ़ रही है देश की प्रतिष्ठा

 

उल्लेखनीय है कि गुजरात में शराब पर पूरी तरह से पाबंदी है। एक अधिकारी ने बताया कि ‘सुफलाम शाला विकास संकुल’ के बैनर तले चलने वाले विद्यालयों में नौवीं कक्षा की आंतरिक परीक्षा में पूछा गया, ‘‘गांधीजी ने आत्महत्या कैसे की?’ सुफलाम शाला विकास संकुल कुछ स्व वित्तपोषित विद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों का संगठन है, जिन्हें गांधीनगर में सरकारी अनुदान मिलता है।

इसे भी पढ़ें: महात्मा गांधी 1947 में शाखा में आए थे, मोहन भागवत बोले- स्वयंसेवकों के अनुशासन की की थी प्रशंसा

गांधीनगर के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने बताया, ‘‘ स्व वित्तपोषित स्कूलों के एक समूह ने और अनुदान प्राप्त करने वाले स्कूलों ने ये दोनों प्रश्न शनिवार को हुई अपनी आंतरिक परीक्षाओं में शामिल किया था। ये प्रश्न बहुत आपत्तिजनक हैं और हमने इसकी जांच शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी।’’ उन्होंने बताया कि सुफलाम शाला विकास संकुल के बैनर तले संचालित होने वाले इन स्कूलों के प्रबंधन ने ये प्रश्न पत्र तैयार किए थे और इनका राज्य शिक्षा विभाग से कोई लेना-देना नहीं है।

 

प्रमुख खबरें

भारत में परमाणु ऊर्जा क्षेत्र निजी कंपनियों के लिए खुला, संसद से नया कानून पास

Bangladesh: शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद ढाका में हिंसा, भारत-बांग्लादेश रिश्तों पर असर

निफ्टी और सेंसेक्स में चार दिन बाद तेजी, वैश्विक संकेतों से बाजार को सहारा

Adani Group का बड़ा दांव: एयरपोर्ट कारोबार में पांच साल में ₹1 लाख करोड़ निवेश की योजना