By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 30, 2020
उन्होंने कहा, “छात्रों को यह समझना जरूरी है कि एक सफल नीति के लिए जनता से जुड़ना जरूरी है। सूचना के अधिकार के आंदोलन के दौरान विधि निर्माताओं और नीति निर्माताओं ने हमें शामिल किया। मैं तब राजनीति में नहीं था लेकिन हमने पर्याप्त संख्या में लोगों और हितधारकों को एकत्रित किया ताकि सरकार पर नीतिगत निर्णय लेने के लिए दबाव समूह बनाया जा सके। जब सरकार ने हमारी बात सुनी तब वह निति के लिए एक सकारात्मक संकेत था।” सिसोदिया दिल्ली के शिक्षा मंत्री भी हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बहुत से तरीके हैं जिनके द्वारा पेशेवर युवा नीति निर्माण में शामिल हो सकते हैं।