By अंकित सिंह | May 10, 2025
भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता की टिप्पणियों पर तीखी आलोचना करते हुए दोनों देशों के बीच लोकतांत्रिक प्रथाओं में भारी अंतर को उजागर किया। विक्रम मिस्री की टिप्पणी हाल ही में सैन्य घटनाओं के बाद बढ़ते तनाव और वाकयुद्ध के बीच आई है। उन्होंने एक प्रेस ब्रीफिंग में कहा, "पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता को इस बात पर बहुत खुशी होती है कि भारतीय जनता को विभिन्न मुद्दों के संबंध में भारत सरकार की आलोचना करनी चाहिए।"
पाकिस्तानी सैन्य प्रतिष्ठान पर लोकतांत्रिक शासन के मानदंडों से दूर रहने का आरोप लगाते हुए विदेश सचिव ने कहा कि नागरिक निगरानी और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को भारत और बड़े पैमाने पर लोकतंत्र के लिए मौलिक माना जाता है। उन्होंने कहा, "पाकिस्तान के लिए यह आश्चर्य की बात हो सकती है कि नागरिक अपनी ही सरकार की आलोचना कर रहे हैं - यह एक खुले और कार्यशील लोकतंत्र की पहचान है। पाकिस्तान का इससे अपरिचित होना फिर से आश्चर्यजनक नहीं होना चाहिए।"
सरकार ने भारत द्वारा पाकिस्तान में ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन हमला किए जाने के दावों को शनिवार को खारिज कर दिया। पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) की ‘फैक्ट चेक’ इकाई ने कहा, ‘‘सोशल मीडिया पर साझा किए गए एक वीडियो में दावा किया जा रहा है कि भारत ने ननकाना साहिब गुरुद्वारे पर ड्रोन हमला किया है। यह दावा पूरी तरह से फर्जी है।’’ उसने कहा कि इस तरह की सामग्री भारत में सांप्रदायिक नफरत पैदा करने के लिए प्रसारित की जा रही है। ननकाना साहिब सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का जन्मस्थान है और यह गुरुद्वारा सिखों के लिए एक पूजनीय स्थल है।