ओड़िशा और जम्मू में वर्षाजनित घटनाओं में तीन की मौत, उत्तर भारत में भारी वर्षा की संभावना

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 27, 2020

नयी दिल्ली। ओडिशा और जम्मू में बुधवार को वर्षाजनित घटनाओं में तीन व्यक्तियों की मौत हो गयी जबकि भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तर भारत के कई हिस्सों में अगले चार दिनों तक भारी वर्षा का अनुमान व्यक्त किया है। बिहार में वैसे तो लगातार चौथे दिन कोई भी नया क्षेत्र बाढ़ से जलमग्न नहीं हुआ लेकिन बाढ़ पीड़ित एवं प्रभावित क्षेत्र शनिवार से जस के तस हैं। उत्तर प्रदेश में हल्की वर्षा हुई और बाढ़ प्रभावित क्षेत्र घटे हैं। पंजाब और हरियाणा में वर्षा नहीं हुई है लेकिन मौसम विज्ञान विभाग ने इन दोनों राज्यों में छिटपुट स्थानों पर अगले दो दिनों तक भारी वर्षा होने अनुमान व्यक्त किया तथा उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश एवं पूर्वी राजस्थान के लिए भारी वर्षा की भविष्यवाणी करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए भी भारी वर्षा और बिजली कड़कने का अनुमान प्रकट करते हुए येलो अलर्ट जारी किया। राज्य में हल्की से मध्यम वर्षा हुई है। राष्ट्रीय राजधानी में वर्षा नहीं हुई। विभाग ने बुधवार से शुक्रवार तक राष्ट्रीय राजधानी में ‘‘मध्यम से भारी’’ बारिश का अलर्ट जारी किया है। अधिकारियों के अनुसार यमुना का जल स्तर खतरे के निशान के नजदीक रहा। वहीं, हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से और अधिक पानी छोड़े जाने से इसके उफान पर आने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने से ओड़िशा में बुधवार को जबरदस्त बारिश हुयी, जिससे निचले इलाके डूब गये हैं, सड़क संपर्क टूट गया है और कम से कम दो लोगों की मौत हो गयी है। मयूरभंज जिले में सड़क पार करते समय 62 साल की एक महिला बाढ़ के पानी में बह गयी और उसका पता लगाने के लिये प्रयास जारी है। जिले के सुकुरीली इलाके के महुआसूली गांव में एक दीवार के गिर जाने की घटना में 62 साल के एक व्यक्ति की मौत हो गयी। पुलिस ने बताया कि मयूरभंज जिले में एक ट्रक के पलटने की घटना में चालक की मौत हो गयी। विशेष राहत आयुक्त पी के जेना ने बताया कि मंगलवार से प्रदेश के सभी 30 जिलों में अलग अलग तीव्रता की बारिश हो रही है। प्रदेश के नौ जिलों में भारी बारिश हुयी जिसके परिणामस्वरूप कई निचले इलाकों में जल जमाव हो गया। 

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में मानसून के जोर पकड़ने की संभावना, अगले तीन दिनों में हो सकती है बारिश

जम्मू क्षेत्र के राजौरी जिले में दूसरे दिन लगातार भारी बारिश से कच्चा मकान ढह जाने से 35 वर्षीय शौकत की मलबे में दबकर मौत हो गयी। कठुआ जिले में उझ नदी में आकस्मिक बाढ़ आने से फंस गये 15 परिवारों को निकाला गया। आसमान से बिजली गिरने से एक मंदिर को नुकसान पहुंचा। भारी बारिश से कई स्थानों पर फिर भूस्खलन होने पर 270 किलोमीटर लंबा श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग दूसरे दिन भी बंद रहा। भूस्खलन के कारण मंगलवार को इस मार्ग पर यातायात बंद कर दिया गया था। नये भूस्खलन के बाद मलबे हटाने के काम में रूकावट आ रही है। बिहार में बाढ़ से 16 जिलों में83.62 लाख लोग प्रभावित हैं। हालांकि एक अधिकारी ने कहा कि ‘रोज स्थिति सुधर रही है और कई क्षेत्रों में पानी घट रहा है। दिल्ली में अधिकतम और न्यूनतम तापमान के क्रमश: 34 डिग्री सेल्सियस और 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मौसम पैटर्न के आधार पर चार रंग के कोड अलर्ट- ग्रीन, येलो, ओरेंज और रेड जारी किये हैं। उसने 27 अगस्त के लिए जम्मू कश्मीर के लिए, 27-28 अगस्त के लिए हिमाचल प्रदेश के लिए, 27 अगस्त एवं 29-30 अगस्त के लिए पूर्वी उत्तर प्रदेश के लिए और 29-30 अगस्त के लिए पूर्वी राजस्थान के लिए येलो अलर्ट जारी किया है। उत्तर प्रदेश में बाढ़ प्रभावित गांव बुधवार को कम हुए और स्थिति सुधरी। राज्य में बाढ़ प्रभावित जिले 19 हो गये थे।

प्रमुख खबरें

KKR vs DC IPL 2024: सॉल्ट और चक्रवर्ती के तूफान में उड़ी दिल्ली, कोलकाता की शानदार जीत

कनाडा और उड़ानों, वायु मार्गों को जोड़ने के लिए भारत के साथ काम कर रहा : PM Trudeau

भीषण गर्मी के बीच Jharkhand सरकार ने 8वीं तक की कक्षाएं निलंबित कीं

Ola Mobility के CEO हेमंत बख्शी का इस्तीफा, 10-15 प्रतिशत कर्मचारियों की हो सकती छंटनी