सभी को शामिल किया जाना वक्त की जरूरत है: प्रतीक बब्बर

By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Aug 22, 2018

मुंबई। बॉलीवुड अभिनेता प्रतीक बब्बर का कहना है कि अब समय आ गया है कि भारत में लोग जाति, धर्म, संप्रदाय, लिंग और लैंगिक रुझान के आधार पर भेदभाव बंद करें। मुंबई में जारी लैक्मे फैशन वीक विंटर/ फेस्टिव 2018 में ‘चोला’ लेबल के लिए आज रैंप पर चले प्रतीक ने कहा कि किसी राष्ट्र के विकास के लिए जरूरी है कि लोग अपने व्यक्तित्व को गर्व से स्वीकार सकें। 

प्रतीक बब्बर ने बताया, “समावेशन इस समय की जरूरत है। एक समाज के तौर पर हमें उदार बनने की जरूरत है। हमारे समाज में पक्षपात दकियानूसी मानसिकता की देन है। हमारे देश में इसकी जड़ें बहुत गहरी हैं पर अब हमें जागने की जरूरत है। इस समाज में बहुत से अलग-अलग प्रकार के लोग हैं। केवल समलैंगिक या महिलाओं की वेशभूषा धारण करने वाले पुरुष (बहरूपिए) नहीं, हर कोई एक-दूसरे से अलग है। हमें अपने व्यक्तित्व को गर्व से स्वीकारना चाहिए।”

 

उन्होंने कहा, “मेरी हालिया फिल्म ‘मुल्क’ में भी एक तरह के भेदभाव को दिखाया गया है। लेकिन यह पक्षपात होना नहीं चाहिए। हमें, जियो और जीने दो की नीति को अपनाने की जरूरत है।” बब्बर ने कहा कि डिजाइनर सोहाया मिश्रा सामाजिक नियमों को चुनौती दे रही हैं यह जान कर ही उन्हें शो का शोस्टॉपर बनने की प्रेरणा मिली। मिश्रा का शो ‘बाय फेलिसिया’ ड्रैग संस्कृति से प्रेरित है जो समाज तथा सामान्यता की उसकी परिभाषा के खिलाफ एक मौन विरोध जाहिर करता है। 

प्रमुख खबरें

Tara Sutaria और Veer Pahariya ने बताई अपनी पहली डेट की पूरी कहानी

Kerala local body polls: तिरुवनंतपुरम में बीजेपी की बंपर जीत, PM मोदी गद-गद, कहा- केरल की राजनीति के लिए ऐतिहासिक पल

तनाव से लेकर पीरियड्स के दर्द में राहत मिलेगी!बस पिएं गेदे के फूल की चाय, जानिए इसे बनाने का सही तरीका

Yes Milord: पिता नहीं, मां की जाति पर प्रमाणपत्र, CJI सूर्यकांत के फैसले ने कैसे बदल दी सदियों पुरानी परंपरा