By मिताली जैन | Jul 27, 2025
आज के समय में लोग हेल्थ कॉन्शियस होते जा रहे हैं। अधिकतर लोग अपने हेल्थ गोल्स को पूरा करने के लिए अपनी डाइट को ग्लूटन फ्री बना लेते हैं। इस तरह की डाइट में ग्लूटन फ्री रोटी बनाना काफी मुश्किल लगता है, क्योंकि इसमें गेहूं जैसे लचीलापन नहीं होता। जिसकी वजह से कभी रोटी बेलते वक़्त फट जाती है, तो कभी हाथ में चिपकती है या फिर तवे पर जाते ही टूटने लगती है। इसे देखकर यकीनन काफी इरिटेशन होती है।
हो सकता है कि आपने भी ग्लूटन फ्री डाइट में रोटी बनाने की कोशिश की हो, लेकिन आप बाद में हार गई हों। तो अब आपको परेशान होने की जरूरत नहीं है। बस थोड़ा धैर्य, थोड़ी सही तकनीक और कुछ देसी टिप्स के साथ आप भी ग्लूटन फ्री रोटी बेहद आसानी से बना सकती हैं। तो चलिए आज इस लेख में हम आपके साथ कुछ ऐसे ही आसान टिप्स शेयर कर रहे हैं, जो ग्लूटन फ्री रोटी बनाने में आपकी मदद करेंगे-
जब आप ग्लूटन फ्री रोटी बना रही हैं तो सही आटे का चयन करना बेहद जरूरी है। दरअसल, हर हर तरह के ग्लूटन-फ्री आटे का टेक्सचर अलग होता है। जहां बाजरे का आटा ठंड के लिए बेस्ट माना जाता है, वहीं गर्मियों के लिए ज्वार का आटा चुनें। इसी तरह, रागी का आटा कैल्शियम से भरपूर, लेकिन थोड़ा चिपचिपा होता है। वैसे मार्केट में ग्लूटन-फ्री मिक्स आटा भी मिलता है, इसमें बाइंडिंग के लिए इसबगोल या जैंथन गम पहले से मिला होता है। अगर आप भी रोटी को आसानी से व नरम बनाना चाहती हैं तो ऐस में दो-तीन आटे मिलाकर इस्तेमाल करो। आप एक कप ज्वार में एक चौथाई कप चावल का आटा और 1 चम्मच इसबगोल मिक्स कर सकते हैं।
अगर आप ग्लूटन फ्री रोटी बनाना चाहती हैं तो आटा गूंथते समय गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें। ठंडा पानी ग्लूटन-फ्री आटे में अच्छे से मिक्स नहीं होता। जिससे आटा सूखा रह जाता है और टूटता है। ध्यान रखें कि आटा ना ज्यादा सख्त हो और ना ही ज्यादा चिपचिपा।
जब आप ग्लूटन फ्री आटा गूंथते हैं तो उसके बाद आपको इसे 10-15 मिनट तक ढककर रखना चाहिए। इससे आटे की बांधने की ताकत बढ़ती है। जिससे उसे बेलना और सेकना आसान हे जाता है। आप इसे ढककर रेस्ट करने दें। अगर इसे ढककर ना रखा जाए, तो आटा सूख सकता है।
- मिताली जैन