By अनन्या मिश्रा | Jul 16, 2025
इन दिनों कुल्लू घूमने जाना खतरनाक साबित हो सकता है। क्योंकि कुल्लू में बादल फटने के कारण पानी का रौद्र रूप देखने को मिला है। कुल्लू में बादल फटने के बाद बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं, जिसकी वजह से जान-माल को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में मानसून में कुल्लू घूमने जाना सेफ नहीं है।
कांगड़ा में भी बादल फटने की वजह से काफी नुकसान देखने को मिला है। पानी के तेज बहाव में कई गाड़ियां भी बह गईं। ऐसे में अगर आप भी कांगड़ा घूमने का प्लान बना रहे हैं, तो सेफ्टी के लिहाज से आपको लोकेशन बदल लेनी चाहिए। आप मानसून में पहाड़ी इलाकों से दूर अन्य हिल स्टेशन पर घूमने के लिए जा सकते हैं। क्योंकि मानसून में किसी भी पहाड़ी इलाके में यात्रा करना सुरक्षित नहीं है।
कुल्ली में बादल फटने की खबर के बाद मंडी जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट जारी किया गया है। प्रशासन की ओर से कहा गया है कि ब्यास नदी के किनारे से दूर रहें। क्योंकि पानी के बहाव और बारिश के कारण हादसा हो सकता है। ऐसे में यात्रियों को इन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए।
मानसून में मणिकर्ण साहिब दर्शन का प्लान बनाना भी काफी खतरनाक साबित हो सकता है। बीते दिनों ब्रह्मगंगा और गड़सा के गोमती नदी में बादल के फटने से पानी का स्तर अचानक से तेज हो गया। ऐसे में अगर आप मणिकर्ण जाने का प्लान बना रहे हैं, तो इस समय यहां जाना सुरक्षित नहीं है। वहीं अगर आप मणिकर्ण में हैं और ज्यादा बारिश हो रही है, तो प्रयास करें कि होटल में रहे। पहाड़ों पर घूमने का प्लान बनाने से पहले मौसम का अपडेट रखना जरूरी है।