राम मंदिर आंदोलन के महानायक को श्रद्धांजलि देने पहुंचे संत, महंत व विहिप

By Satya Prakash | Aug 11, 2021

अयोध्या। राम मंदिर आंदोलन के महानायक परमहंस रामचंद्र दास 18वीं पुण्यतिथि पर अयोध्या के दिगंबर अखाड़ा में साधु संतों व विश्व हिंदू परिषद के पदाधिकारियों ने श्रद्धांजलि अर्पित की इस दौरान विश्व हिंदू परिषद के प्रबंध समिति के सदस्य दिनेश कुमार भी पहुंचे और श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आंदोलन को समाप्त करने के लिए परमहंस रामचंद्र दास लाखों रुपए में खरीदने की कोशिश किया गया। लेकिन अपने संकल्प पर रहे जिसके कारण आज भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है।

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विश्व हिंदू परिषद प्रबंध समिति के सदस्य दिनेश कुमार ने कहा कि युगपुरुष परमहंस रामचंद्र दास की पुण्यतिथि पर आज हम सभी उपस्थित हुए हैं वह अपने आप में एक सहज और सरल व्यक्ति थे जिन्होंने राम मंदिर आंदोलन के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। इस बीच कुछ विपक्षियों द्वारा आंदोलन को बीच में ही रोकने की कोशिश में लाखों रुपए उनके सामने रख दिए लेकिन उन्होंने अपना संकल्प नहीं छोड़ा और कहा कि प्रभु राम के शरण से हमें कोई अलग नहीं कर सकता है। और इस आंदोलन में हमें भी कुछ पल उनके साथ बिताने का अवसर मिला गया हमारा सौभाग्य रहा। दिनेश कुमार ने कहा कि ऐसी विभूतियां चाहे वह परमहंस रामचंद्र दास हो, अवैद्यनाथ हो या अशोक सिंघल जिन्होंने अपना जीवन राम मंदिर के लिए समर्पित कर दिया वो आज हमारे बीच में नहीं है निश्चित रूप से वो कहीं ना कहीं से कार्य को देख रहे हैं और उनका पूरा आशीर्वाद सबके साथ है।

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वही बताया कि 5 अगस्त 2020 में मंदिर निर्माण की नींव रखी गई इस दौरान कुछ चुने हुए लोगों को ही शामिल किया जा सका क्योंकि कोरोना के कारण देश के बड़े-बड़े संत महंतों को इस आयोजन में नहीं बुलाया जा सका इसके लिए मैं क्षमा प्रार्थी हूं । वहीं कहा कि अब जब मंदिर का निर्माण पूरा होगा और इस मंदिर को समाज के लिए लोकार्पित किया जाएगा तो उस समय कोरोना काल भी समाप्त रहेगा। मैं समझता हूं कि अयोध्या में वह अद्भुत दृश्य लाखों लोगों की उपस्थिति में विश्वव्यापी बनेगा।

 

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