By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Jun 27, 2022
नयी दिल्ली। युक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सोमवार को दावा किया कि ट्विटर ने केंद्र सरकार के ‘‘निर्देशों’’ पर कृषि आंदोलन से जुड़े लगभग 12 अकाउंट बंद कर दिये है। एसकेएम ने सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व आईपीएस अधिकारियों आर. बी. श्रीकुमार और संजीव भट्ट की रिहाई की भी मांग की, जिन पर 2002 के गुजरात सांप्रदायिक दंगों के सिलसिले में निर्दोष लोगों को फंसाने के लिए सबूत गढ़ने का आरोप लगाया गया है। एसकेएम ने आरोप लगाया कि केंद्र की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार ने ट्विटर पर केंद्र पर सवाल उठाने के लिए इन अकाउंट को ‘‘बंद’’ करने के लिए ‘‘दबाव डाला’’ है। ट्विटर से इस संबंध में तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
एसकेएम ने एक बयान में कहा, ‘‘ट्विटर ने भारत में लगभग 12 ट्विटर अकाउंट बंद कर दिए हैं, जिसमें ट्विटर हैंडल किसानएकता मोर्चा शामिल है, जोकृषि आंदोलन से जुड़ा है।’’ बयान में कहा गया है, ‘‘इस संदर्भ में महत्वपूर्ण बात यह है कि केंद्र सरकार ने यह किसान विरोधी कदम उठाने के लिए आपातकाल के दिन को चुना। 25/26 जून 1975 की रात, जब देश में आपातकाल लगाया गया था, भारत के लोकतंत्र में एक काला दिन माना जाता है।’’ एसकेएम ने कहा, ‘‘हम यह भी मांग करते हैं कि तीस्ता सीतलवाड़, आर. बी. श्रीकुमार और संजीव भट्ट को बिना शर्त रिहा किया जाए और गुजरात दंगों के पीड़ितों के लिए न्याय सुनिश्चित किया जाए।