By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 24, 2018
श्रीनगर। जम्मू कश्मीर की राजधानी श्रीनगर के नौगाम इलाके में बुधवार को सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिदीन के दो आतंकवादी मारे गए। इनमें एक आतंकी शोध छात्र था। पुलिस ने यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि दोनों आतंकवादियों की पहचान सबजार अहमद सोफी (33)और आसिफ मोहम्मद के रूप में हुई है। सोफी नयी दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया से वनस्पतिशास्त्र में पीएचडी कर रहा था। जुलाई, 2016 में हिज्बुल मुजाहिदीन के कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद वह आतंकवादी बन गया था।
आतंकवाद से जुड़कर सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा जाने वाला वह इस साल तीसरा उच्च शिक्षा प्राप्त व्यक्ति है। उसके पास एमएससी और बीएड की डिग्रियां भी हैं। इसी महीने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय का शोध छात्र मन्नान बशीर उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उससे पहले कश्मीरी विश्वविद्यालय का सहायक प्रोफेसर रफी भट इस साल मई में आतंकी बनने के दो दिन बाद ही शोपियां में मुठभेड़ में मारा गया।
हाल के वर्षो में उच्च शिक्षा प्राप्त युवकों के आतंकवाद के रास्ते पर जाने की प्रवृति बढ़ी है। इसी साल गुलाम शाह बादशाह विश्वविद्यालय का इंजीनियरिंग स्नातक इसा फाजली मुठभेड़ में मारा गया था। फाजली के आतंकवाद से जुड़ने के बाद एमबीए छात्र जुनैद अशरफ भी आतंकवादी संगठनों में शामिल होने के लिए गायब हो गया था। अशरफ तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ शहराई का बेटा था।
अधिकारी ने बताया, ‘अभियान के दौरान मानक संचालन प्रक्रिया का पालन किया गया और मुठभेड़ के दौरान आसपास कोई नुकसान नहीं पहुंचा।’ पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि नौगाम के सुथू कोथैर इलाके में कुछ आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना के आधार पर सुरक्षा बलों ने तड़के घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था। उन्होंने बताया कि इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की जिसके बाद छिड़ी मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए।
अधिकारी ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद समेत अन्य सामग्री बरामद की गई है। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ खत्म होने के तुरंत बाद प्रदर्शनकारियों और सुरक्षा बलों के बीच झड़प शुरू हो गई। अधिकारियों ने एहतियाती तौर पर शहर में मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और शैक्षणिक संस्थानों को भी बंद कर दिया है।