आतंक पर बड़ी चोट, उल्फा के डेप्युटी कमांडर दृष्टि राजखोवा ने किया सरेंडर

By अंकित सिंह | Nov 12, 2020

मेघालय-असम- बांग्लादेश बॉर्डर पर भारतीय सेना की खुफिया एजेंसियों द्वारा चलाए गए एक तेज और सुनियोजित ऑपरेशन में खूंखार कट्टर उल्फा (आई) नेता, एसएस कर्नल द्रष्टी राजखोवा ने चार साथियों एसएस कॉर्पोरल वेदांत, यासीन असोम, रोपज्योति असोम और मिथुन असोम के साथ आत्मसमर्पण कर दिया। इनके पास से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए हैं। यह ऑपरेशन पुष्ट इनपुट्स पर आधारित था। जो पिछले नौ महीनों में अथक खोज का परिणाम था। इनकी तलाश पिछले नौ महीने से की जा रही थी। बताया जा रहा है कि राजखोवा अभी सैन्य खुफिया अधिकारियों की हिरासत में है और उसे असम लाया जा रहा है। राजखोआ को यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (इंडिपेंडेंट) के ‘कमांडर इन चीफ’ परेश बरूआ का करीबी वफादार माना जाता है। राजखोवा हाल तक बांग्लादेश में रह रहा था और कुछ हफ्ते पहले मेघालय आया था। एक सुरक्षा विशेषज्ञ ने कहा कि राजखोआ के समर्पण से उग्रवादी संगठन को बड़ा झटका लगा है। उल्फा (आई) संप्रभु और स्वतंत्र असम की मांग करता रहा है। सरकार ने 1990 में संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था।

प्रमुख खबरें

MI vs SRH IPL 2024: मुंबई इंडियंस और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच भिड़ंत, यहां देखें प्लेइंग इलेवन

Congress पर मोदी का वार, बोले- तुष्टिकरण के कारण राम मंदिर अभिषेक का पार्टी ने किया बहिष्कार, YSR पर भी बरसे

सेना के शौर्य का अपमान करना विपक्ष की आदत: Anurag Thakur

Loksabha Elections के तीसरे चरण में 7 मई को 12 राज्यों की 94 सीटों पर होगी वोटिंग, कई दिग्गजों के भाग्य का होगा फैसला