वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार केदूसरे कार्यकाल का बहुप्रतीक्षित बजट पेश किया। सबसे कमजोर ग्रोथ वाले साल में यह बजट बेहद अहम माना जा रहा है। टैक्स स्लैब में कमी, किसानों के लिए राहत पैकेज, कारोबारी माहौल को अनुकूल बनाने समेत तमाम उम्मीदें उनके इस बजट से लगी हैं। इससे पहले शुक्रवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आर्थिक सर्वे पेश किया था।
शिक्षा क्षेत्र के लिए 99,300 करोड़ का प्रस्ताव। राष्ट्रीय पुलिस विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय न्यायिक विज्ञान विश्वविद्यालय का प्रस्ताव। कौशल विकास के लिए 3 हज़ार करोड़ का प्रस्ताव।
पांच पुरातात्विक जगहों पर म्यूजियम बनेंगें- हस्तिनापुर, शिवसागर, डोलावीरा, आदिचेल्लनूर, राखीगढी। इसके अलावा रांची में ट्राइबल म्यूजियम बने।
बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि ये इनोवेशन पर आधारित है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, क्वांटर कंप्यूटिंग जैसे तकनीक दुनिया के बदल रहे हैं। थ्री डी प्रिंटिंग भी इसका हिस्सा है। हमें भी इस पर ध्यान देने की जरूरत है। डेटा को न्यू ऑइल कहा जा रहा है। डेटा सेंटर पार्क पूरे देश में बनाए जाएंगे। सभी सार्वजनिक संस्थानों का डेटा हो, आंगनबाड़ी, पुलिस स्टेशन से लेकर शीर्ष स्तर तक डिजिटल के जरिए कनेक्टेड हों। 6 हजार करोड़ रुपये भारत नेट प्रोग्राम के लिए दिए जाएंगे।
मैं वर्ष 2020-21 का बजट पेश कर रही हूं। मई 2019 में मोदी जी ने प्रचंड बहुमत हासिल किया। भारत के लोगों ने केवल राजनीतिक स्थिरता के लिए नहीं बल्कि मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए दिया है।