भाजपा के लिए अशुभ अगस्त! इन चार दिग्गज नेताओं का हुआ है निधन

By अंकित सिंह | Aug 23, 2021

देश की सबसे बड़ी और वर्तमान में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा के लिए अगस्त का महीना ऐसा लग रहा है कि अशुभ हो गया है। पार्टी के 4 बड़े दिग्गज नेताओं का निधन इसी महीने में हुआ है। हाल में ही भाजपा के वरिष्ठ नेता और राम जन्मभूमि आंदोलन के पुरोधा रहे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का निधन हो गया है। कल्याण सिंह के अलावा भाजपा के तीन और दिग्गज नेताओं का निधन अगस्त में ही हुआ है। इनमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम शामिल है।

 

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अटल बिहारी वाजपेयी- भारत रत्न और देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे अटल बिहारी वाजपेयी का निधन 16 अगस्त 2018 को हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। उन्होंने 2005 में सक्रिय राजनीति से संयास ले लिया था। अटल बिहारी वाजपेयी को राजनीति का भीष्म पितामह माना जाता है। उन्हें जननेता कहा जाता है। उनके निधन के बाद भाजपा में शोक की लहर थी। उनके अंतिम संस्कार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, अमित शाह समेत कहीं दिग्गज नेताओं के साथ लोगों का भारी हुजूम शामिल हुआ था। अटल बिहारी वाजपेयी जनसंघ के साथ जुड़े रहे। उसके बाद भाजपा के संस्थापक लोगों में शामिल रहे।


सुषमा स्वराज- सुषमा स्वराज का निधन 6 अगस्त 2019 को हुआ था। सुषमा स्वराज भाजपा के दिग्गज नेताओं में से रही हैं। इसके साथ-साथ वह देश की सर्वश्रेष्ठ महिला नेता भी रहीं। स्वास्थ्य कारणों से उन्होंने 2019 का चुनाव नहीं लड़ा था। साथ ही साथ मंत्रिमंडल में शामिल भी नहीं हुई थीं। सुषमा स्वराज सबसे कम उम्र में मंत्री बनने वाले नेता रही हैं। इसके साथ ही लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष भी रही हैं। सुषमा स्वराज अपने खास भाषण शैली के वजह से लोगों के बीच खूब लोकप्रिय थीं। विदेश मंत्री के रूप में उनका कार्यकाल सराहनीय रहा। उन्होंने विदेश मंत्रालय को आम लोगों से भी जोड़ा। 

 

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अरुण जेटली- अरुण जेटली भाजपा के वरिष्ठ नेता होने के साथ-साथ पार्टी के प्रमुख रणनीतिकार भी थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के सबसे करीबी नेताओं में से थे। वह देश के वित्त मंत्री रहे उन्ही के कार्यकाल में नोटबंदी और जीएसटी लागू हुआ। जेटली की छवि ईमानदार नेता की थी। साथ ही साथ उन्हें भाजपा के पढ़े-लिखे नेताओं की सूची में गिना जाता था। वह अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में भी मंत्री रहे। उनका निधन 24 अगस्त 2019 को हुआ था।

 

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कल्याण सिंह- उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री रहे लेकिन इससे भी बड़ी बात यह है कि राम मंदिर आंदोलन के वह पुरोधा रहे। राम मंदिर आंदोलन के लिए उन्होंने अपने मुख्यमंत्री पद तक की परवाह नहीं की। वह लगातार पिछड़ों, किसान और दलितों की आवाज उठाते रहे। लोगों की कल्याण की बात करते रहें। हिमाचल प्रदेश और राजस्थान के राज्यपाल भी रहे। लखनऊ में उनका निधन 21 अगस्त 2021 को हुआ।

 

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