By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Mar 09, 2021
सूत्रों के मुताबिक सिंह और गौतम ने राज्य से लौटने के बाद प्रदेश नेताओं से हुई रायशुमारी के संबंध में नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। पार्टी नेतृत्व ने उत्तराखंड में घटनाक्रम के संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हालांकि, गौतम ने कहा था कि सिंह और वह प्रदेश सरकार के चार साल पूरे होने के उपलक्ष्य में 70 विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले कार्यक्रमों के बारे में चर्चा करने के लिए राज्य गए थे। प्रदेश के एक धड़े के नेताओं के रावत के नेतृत्व से नाराज होने की खबरें आयी हैं और उनका मानना है कि रावत के नेतृत्व में पार्टी का भविष्य ठीक नहीं दिख रहा। रावत उत्तराखंड के नौवें मुख्यमंत्री हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली भारी सफलता के बाद पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने राज्य की कमान रावत को सौंपने का फैसला किया था। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य की 75 में से 57 सीटों पर अपना कब्जा जमाया था। रावत राज्य में भाजपा के पांचवें मुख्यमंत्री हैं।
मंगलवार को विधायक दल की बैठक की कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है: भाजपा उत्तराखंड इकाई
उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन की बढ़ती अटकलों के बीच प्रदेश भाजपा ने सोमवार को कहा कि मंगलवार को यहां पार्टी विधायक दल की कोई भी बैठक होने की औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है। प्रदेश भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चौहान ने पीटीआई-से कहा, ‘‘जहां तक मेरी जानकारी है उसके हिसाब से कल यहां पार्टी विधायक दल की किसी भी बैठक की अबतक औपचारिक घोषणा नहीं की गयी है।’’ लेकिन जब उनसे यह सवाल किया गया कि जैसा कि राजनीतिक मोर्चे पर अचानक बदलते घटनाक्रम से संकेत मिल रहे हैं, उसके हिसाब से उत्तराखंड में कोई बड़ा बदलाव तो नहीं होने जा रहा है, तो उन्होंने कहा, ‘‘देखते हैं।’’ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत सोमवार को यहां पहुंचे और भाजपा के केंद्रीय नेताओं से मुलाकात की। दरअसल ऐसी अटकलें हैं कि भाजपा राज्य में राजनीतिक बदलाव पर विचार कर रही है। समझा जाता है कि दो केंद्रीय नेताओं-- भाजपा उपाध्यक्ष रमन सिंह और महासचिव दुष्यंत सिंह गौतम ने उत्तराखंड से वापस लाने पर पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी है। ये दोनों नेता प्रदेश भाजपा के कोर ग्रुप के नेताओं से बातचीत करने उत्तराखंड आये थे।