उत्तर प्रदेश: गांव-गांव युवाओं का संबल बनी ग्राम स्वरोजगार योजना, गांव में बेरोजगारी हुई कम

By प्रेस विज्ञप्ति | Oct 13, 2021

राज्य सरकार युवाओं को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाने के लिए बड़े प्रयास कर रही है। खाद्य प्रसंस्करण की योजनाएं गांव-गांव में बदलाव ला रही हैं। युवा खुद का स्वरोजगार तो स्थापित कर ही रहे हैं साथ में दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं। महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना इसकी बड़ी मिसाल बनी है। इस योजना का लाभ लेकर गांव के किसान और युवा, उद्यमी बनने के साथ आर्थिक रूप से समृद्ध हो रहे हैं।

 

इसे भी पढ़ें: आयुष्मान भारत रोजगार योजना के नाम पर UP में 3423 युवाओं से ठगी


सरकार की प्राथमिकता गांवों में स्वरोजगार के इच्छुक युवाओं को प्रशिक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाने की है। जिससे युवाओं को आर्थिक लाभ होने के साथ गांव का विकास भी संभव हो सके। महात्मा गांधी खाद्य प्रसंस्करण ग्राम स्वरोजगार योजना इसमें बड़ी सहायक बनी है। पंचायत स्तर पर युवाओं को 03 दिवसीय खाद्य प्रसंस्करण जागरूकता शिविर से जोड़ा जा रहा है। योजना से जुड़े युवाओं को 01 महीने का उद्यमिता विकास प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद किसान और युवा फल-सब्जी, मसाला, दुग्ध, अनाज प्रसंस्करण की इकाईयां स्थापित कर रहे हैं।

 

इसे भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में कोरोना के कुल 139 एक्टिव मामले, टीकाकरण के बाद भी कोविड प्रोटोकॉल का करें पालन


खाद्य प्रसंस्करण की इकाई स्थापित करने वाले युवा गांव के बेरोजगार युवकों को भी अपने यहां रोजगार दे रहे हैं। योजना के तहत खाद्य प्रसंस्करण की इकाई स्थापित करने वाले युवाओं को मशीन या उपकरण की लागत का अधिकतम 50 प्रतिशत और 01 लाख रुपये का अनुदान भी दिया जा रहा है। जिससे गांव के किसान और युवाओं को संबल मिला है और वे स्वयं का रोजगार स्थापित करने में सफल हो रहे हैं।


प्रमुख खबरें

Shriram Properties ने बेंगलुरु में चार एकड़ जमीन खरीदी, राजस्व लक्ष्य 250 करोड़ रुपये

Fruit Juice को करें स्किप, Summer Diet में शामिल करें साबुत फल, Expert ने बताए इसके फायदे

Bihar: आरक्षण पर तेजस्वी यादव को चिराग पासवान ने दी चेतावनी, कहा- झूठ बोलना बंद करें, वरना...

FSSAI अब करेगी चावल, मसालों से लेकर डेयरी प्रोडक्ट की जांच, लिए जाएंगे सैंपल