By रितिका कमठान | Apr 05, 2024
टाटा समूह की एयरलाइन विस्तारा की फ्लाइट्स लगातार रद्द हो रही है। फ्लाइट्स के रद्द होने के पीछे पायलटों की नाराजगी को मुख्य कारण बताया जा रहा है। पायलट सैलरी के नए स्ट्रक्चर से नाखुश है और सिक लीव पर चले गए है। इसी कारण कई दिनों से विस्तारा की उड़ानें रद्द हो रही है। फ्लाइट रद्द होने का सिलसिला लगातार जारी है। समस्या बरकरार रहने पर लगभग 20 उड़ानों को रद्द किया गया है। अब तक कुल 30 हजार यात्री इससे प्रभावित हो चुके है।
इससे पहले बुधवार को भी विस्तारा की 26 उड़ानें पायलटों के विरोधी रुख की वजह से रद्द हुई थीं। जानकारी के मुताबिक बीते एक सप्ताह में लगभाग 200 डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट विस्तारा की रद्द हो चुकी है। इस कारण 30 हजार यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा है। वहीं ये समस्या कब तक खत्म हो सकती है, इस संबंध में कोई जानकारी सामने नहीं आई है।
हालांकि, एयरलाइन के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विनोद कन्नन ने एक दिन पहले नाराज पायलटों से माफी मांगने के साथ उनकी समस्या के समाधान का वादा किया था। लेकिन यह समस्या अबतक हल नहीं हो पाई है। सूत्रों ने बताया कि बृहस्पतिवार को भी गतिरोध जारी रहा और एयरलाइन ने लगभग 20 उड़ानें रद्द कर दीं। इसकी वजह से कुछ हवाई मार्गों पर यात्री किराया बढ़ गया है। विस्तारा को ग्रीष्मकालीन समय-सारिणी के तहत रोजाना 300 से अधिक उड़ानों का परिचालन करना है, लेकिन मौजूदा हालात में उसने अस्थायी रूप से परिचालन कम करने का निर्णय लिया है। एयरलाइन से जुड़े पायलट वेतन संशोधन और नए तैनाती कार्यक्रम को लेकर नाराज हैं और उड़ानों के परिचालन से अलग हो गए हैं। इस बीच, विमानन नियामक डीजीसीए ने विस्तारा एयरलाइन को उड़ानों के रद्द होने और देरी पर दैनिक रिपोर्ट जमा करने के लिए कहा है।
पायलट यूनियन ने एयरलाइंस में कार्य संस्कृति को लेकर चिंता जताई
पायलटों के दो संगठनों ने बृहस्पतिवार को कहा कि विस्तारा के पायलटों द्वारा उठाई गई समस्याएं एक एयरलाइन कंपनी का मामला नहीं हैं, बल्कि टाटा समूह की सभी विमानन इकाइयों से जुड़ा व्यवस्थागत मुद्दा है। इंडियन कमर्शियल पायलट एसोसिएशन (आईसीपीआई) और इंडियन पायलट गिल्ड (आईपीजी) ने टाटा समूह के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन को लिखे पत्र में समूह से पायलट समुदाय के साथ सार्थक बातचीत में शामिल होने का आग्रह किया। टाटा समूह की चार एयरलाइन- एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, एआईएक्स कनेक्ट (पूर्व में एयरएशिया इंडिया), और विस्तारा...हैं। आईपीजी एयरलाइंस के चौड़े विमानों वाले बेड़े का संचालन करने वाले एयर इंडिया के पायलटों का प्रतिनिधित्व करता है जबकि आईसीपीए एक गलियारे वाले विमानों का संचालन करने वाले पायलटों की यूनियन है।
पत्र में कहा गया है, ‘‘विस्तारा के पायलट 70 घंटे की नियत अवधि की क्षतिपूर्ति, बेहतर कामकाजी परिस्थितियों और स्थिर ड्यूटी व्यवस्था की मांग कर रहे हैं।’’ पत्र में कहा गया है, ‘‘सभी बातों पर गौर करने और परामर्श के बाद हमारा मानना कि उनकी मांगें न केवल उचित हैं बल्कि यह टाटा समूह की एयरलाइंस के भीतर व्यापक चुनौतियों को भी प्रतिबिंबित करती हैं।’’ पायलट यूनियन के अनुसार विस्तारा पायलटों ने जो चिंता जतायी है, वह कोई एक एयरलाइन का मामला नहीं है बल्कि टाटा समूह की सभी एयरलाइंस से जुड़ा व्यवस्थागत मुद्दा है। पत्र में कर्मचारी संगठनों ने टाटा समूह के नेतृत्व से पायलट समुदाय के साथ सार्थक बातचीत करने और उनकी वैध शिकायतों को दूर करने के लिए सक्रियता से कदम उठाने को कहा है।